Satna News : घनी बस्ती में घुआ तेंदुआ, महिला पर किया हमला, मशक्कत के बाद वन विभाग ने किया रेस्क्यू

Atul Saxena
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Leopard rescue in Satna : सतना में आज तेंदुआ की दहशत से घंटों अफरा तफरी का माहौल बना रहा, आलम यह रहा कि तेंदुए के डर से लोगों को खुद को अपने घरों में बंद कर लिया, इस बीच तेंदुए ने एक महिला पर हमला कर उसे घायल कर दिया जिसने दहशत और बढ़ा दी, सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने करीब 7 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को पकड़ा और अपने साथ ले गए।

सतना शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के मुख्तियार गंज के लोग आज सुबह उस समय दहशत में आ गये जब वहां एक तेंदुआ  दिखाई दिया, घनी आबादी वाले इस इलाके में घुसे तेंदुए ने एक महिला पर हमला कर दिया। तेंदुए के हमले की खबर आग की तरह शहर में फैली और देखते ही देखते लोगों की भीड़ लग गई।

लोगों ने जिला प्रशासन, पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी,  मौके पर वन विभाग का अमला और जिला प्रशासन के साथ पुलिस बल भी पहुंचा। वन विभाग की टीम ने तेंदुए की सर्चिंग शुरू की लेकिन घनी बस्ती होने के कारण उसकी लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल हो रही थी।

Satna News : घनी बस्ती में घुआ तेंदुआ, महिला पर किया हमला, मशक्कत के बाद वन विभाग ने किया रेस्क्यू

दरअसल मुख्तियार गंज बर्दाडीह का यह इलाका काफी घनी आबादी वाला है, कई गलियां होने के कारण तेंदुए की लोकेशन नहीं मिल रही थी, तेंदुआ एक स्थान से दूसरे स्थान आसानी से मूव कर रहा था,  वन विभाग का अमला मैनुअली और ड्रोन के माध्यम से किसी प्रकार तेंदुए को लोकेट कर रहा था और फिर उसे इसमें सफलता मिल गई।

Satna News : घनी बस्ती में घुआ तेंदुआ, महिला पर किया हमला, मशक्कत के बाद वन विभाग ने किया रेस्क्यू

एसडीएम नीरज खरे के मुताबिक तेंदुआ एक खाली घर के अंदर घुसा हुआ था, घर के चारों तरफ से दरवाजों को बंद करके बड़ी मशक्कत के बाद उसे ट्रेंकुलाइज किया गया, बेहोश होने पर उसे जाल के माध्यम से पिंजरे तक लाया गया। तेंदुए का रेस्क्यू ऑपरेशन तकरीबन 7 घंटे चला, वन विभाग द्वारा तेंदुए को मुकुंदपुर टाइगर सफारी ले जाया गया है,जहां उसका इलाज किया जायेगा फिर उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा।

सतना से पुष्पराज सिंह बघेल की रिपोर्ट


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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