सतना, डेस्क रिपोर्ट। चित्रकूट के विकलांग विश्वविद्यालय के आजीवन कुलाधिपति जय मिश्रा महाराज पर सनसनीखेज आरोप लगे है, महाराज पर उनके ही आश्रम के नाबालिग से कुकर्म का आरोप लगा है। आरोपी तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज का उत्तराधिकारी है। पीड़ित छात्र का आरोप है कि वह महाराज के ही आश्रम का छात्र है। पीड़ित ने बताया कि पहले जय महाराज ने पीड़ित छात्र को कक्ष में बुलाकर तेल मालिश करवाई। फिर अश्लील हरकतें शुरू कर दीं। इसके बाद कुकर्म करने लगा। विरोध करने पर पीटा और रिवॉल्वर लेकर डराया भी। पीड़ित के पिता घटना की जानकारी मिलने पर चित्रकूट पहुंचा। बेटे के साथ रिपोर्ट करने 27 फरवरी को थाने में आया। मिर्जापुर पुलिस ने रामचंद्र दास उर्फ जय मिश्रा उर्फ जय महाराज के खिलाफ पॉक्सो एक्ट व अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है।
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इस मामलें में पुलिस के मुताबिक, मिर्जापुर केलालगंज केग्राम तेंदुई में 13 फरवरी को जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज की भागवत कथा चल रही थी। इस दौरान उनके उत्तराधिकारी रामचन्द्रदास उर्फ जय मिश्रा ने अपने आश्रम के 13 वर्षीय विद्यार्थी को अपने कक्ष में बुलाया। इसके बाद तेल मालिश करने को कहा था। पुलिस ने उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर में उसके खिलाफ पॉक्सो एक्ट और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है।
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इस घटना के बाद तेंदुई से वापस चित्रकूट लौटने के बाद 18 फरवरी को आरोपी जय महाराज ने विद्यार्थी के पिता को फोन पर अपने बेटे को कांच मंदिर जानकीकुंड से ले जाने के लिए कहा। साथ ही धमकी दी कि उसके बेटे के साथ होने वाली घटना के लिए आश्रम जिम्मेदार नहीं होगा। पीड़ित के पिता ने बताया कि 19 फरवरी को जगद्गुरु सतना में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। तब जय ने उनके बेटे को बस से नीचे उतार दिया। प्रदीप और अभिषेक नाम के लोगों ने उसका मोबाइल भी छीन लिया। इसके बाद बालक रोते हुए कांच मंदिर परिसर स्थित डॉ. मुकुंद मोहन पांडेय के पास पहुंचा और उन्हें पूरी जानकारी दी।





