Scholarship: जिले में पोर्टल की धीमी रफ़्तार वहीं साथ में सरकारी स्कूलों की लापरवाही के कारण कई विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप नहीं आई है। दरअसल कुछ ही समय में सत्र खत्म होने वाला है लेकिन विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप अभी तक खातों में न आने से विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इस मामले में विभागीय लापरवाही और तकनीकी खामियां देखने को मिली हैं। जिसके चलते अभिभावक स्कॉलरशिप को लेकर परेशान हो रहे।
पोर्टल की धीमी रफ़्तार :
दरअसल जानकारी में यह भी सामने आया है की स्कॉलरशिप के लिए होने वाली कागजी प्रक्रिया फरवरी महीने के शुरुआत में ही पूरी हाे जाना चाहिए थी, मगर यह अभी तक भी अधूरी है। हालांकि विद्यार्थियों के लिए राहत की बात है कि शासन द्वारा इसे बढ़ाकर इसकी अंतिम तारीख 15 मार्च कर दी है, यदि ऐसे में पोर्टल की धीमी रफ़्तार रहती है तो 15 मार्च तक भी इसे पूरा करने में समस्या आ सकती है। जिसके चलते यदि इस अवधि में भी प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी ताे इन सभी विद्यार्थियों की स्काॅलरशिप रुक सकती है।
इस वर्ष प्रदेश सरकार द्वारा टीएसएस पोर्टल:
जानकारी के मुताबिक 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए इस वर्ष प्रदेश सरकार द्वारा टीएसएस पोर्टल (एमपी ट्राइबल अफेयर्स एंड शेड्यूल कास्ट वेलफेयर ऑटोमेशन सिस्टम) बनाया गया है। दरअसल इसमें एक बार अकाउंट बन जाने के बाद हर वर्ष स्टूडेंट्स को अकाउंट नहीं बनबाना पड़ेगा। मगर पोर्टल की धीमी रफ़्तार के चलते इस नए पोर्टल पर जिले के 9वीं से 12वीं तक के 47 हजार 111 में से महज 19 हजार 463 स्टूडेंट्स की ही प्रोफाइल बन पाई है। यानी अभी तक मात्र 10 हजार 566 छात्र ही स्कॉलरशिप के लिए अप्लाई कर पाए हैं। हालांकि इसमें से भी विभाग द्वारा बस 9 हजार 478 की ही प्रोफाइल काे वेरिफाई कर अप्रूव्ड किया गया है।
अधिक जानकारी में सामने आया है की पहली से 8वीं तक के छात्रों की स्कॉलरशिप समग्र पोर्टल पर अपडेट तो हो रही है, मगर छात्रों की स्कॉलरशिप की प्रक्रिया की रफ़्तार धीमी है। जिसके चलते अभी रक् पोर्टल पर 2 लाख 28 हजार 518 की प्रोफाइल अप्रूव्ड हो पाई है। गौरतलब है की सत्र खत्म होने को है लेकिन उनके खाते में भी अभी तक कोई पैसा ट्रांसफर नहीं किया जा सका है।