सीहोर। अनुराग शर्मा।
अपनी कारगुजारियों के चलते लोकनिर्माण विभाग बदनाम है। घूसखोरी और घटिया निर्माण विभाग की पहचान बन गई है। अधिकारियों से मिलीभगत कर ठेकेदार जमकर चांदी काट रहे हैं तो वहीं दूसरी और घटिया निर्माण के कारण आमजन को परेशानी झेलना पड़ रही है। शासन को भी भारी क्षति पहुँच रही है। सालों बाद मुरली वासियों को धूल और कीचड़ से निजात मिली थी, लोकनिर्माण विभाग द्वारा इलाके में 90 लाख रुपये की लागत से सीसी मार्ग का निर्माण कार्य कराया था।
सड़क निर्माण को अभी दो माह का समय भी नही बीता है और सड़क से गिट्टी बाहर निकलने लगी है। जगह-जगह से दरार और ऊपरी सहत गायब है। गुणवत्ताहीन कार्य के चलते सड़क कुछ दिनों में ही खस्ता हाल में पहुंच गई है। घटिया निर्माण का अंदाजा इस बात दे लगाया जा सकता है कि नवीन सड़क में कई जगह विभाग को पेंच वर्क कार्य कराने पड़ रहे हैं।
ज्ञात हो कि नगर मुख्यालय पर बीआरसी कार्यलय से लेकर मुरली फाटक तक सीसी मार्ग निर्माण किया गया। मार्ग 400 मीटर लम्बा और 7 मीटर चौड़ा है, सीसी मार्ग निर्माण में करीब 90 लाख रुपए की राशि खर्च की गई। मार्च 2019 में रोड निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ था और अक्टूबर माह तक कार्य पूर्ण कर लिया गया। वाबजूद इसके कुछ महीनों में ही मार्ग की हालत खस्ता है। जबकि मार्ग से दिनभर भारी वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। इसके बाद भी गुणवत्ता का ध्यान नही रखा गया। गुणवत्ताहीन और घटिया निर्माण से ठेकेदार और अधिकारियों की मिलीभगत साफ जाहिर होती है।
इस पूरे मामले में लोकनिर्माण विभाग सीहोर के अनुविभागीय अधिकारी एनके जैन का कहना है कि सीवेज कार्य के कारण सड़क का यह हाल हुआ है। सीवेज ठेकेदार द्वारा जगह-जगह रोड में खुदाई की गई और नवनिर्मित मार्ग से भारी वाहन निकाले गए जिसके कारण मार्ग का सरफेस उखड़ गया है। मार्ग गारन्टी में है। मरम्मत कार्य चल रहा है।