सीहोर, अनुराग शर्मा। किसान रैली का नेतृत्व कर रहे पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा को पुलिस ने रास्ते में ही रोक लिया। इससे गुस्साए सज्जन वर्मा ने कैलाश विजयवर्गीय पर नाराजगी निकालते हुए कहा कि उन्हें पाखंडी कह डाला।
28 दिसम्बर को भोपाल विधानसभा के घेराव के लिए किसान रैली का नेतृत्व कर रहे सज्जन वर्मा को सेकडाखेड़ी मार्ग पर पुलिस ने रोक लिया। पुलिस के रोकते ही सज्जन वर्मा के साथ चल रहे कांग्रेसी कार्यकर्ता भड़क गए और प्रशासन पुलिस और शिवराज सिंह सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर रास्ते को जाम कर दिया। इस दौरान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और सज्जन वर्मा के बीच विवाद चलता रहा। काफी देर पुलिस और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के बीच जोर आजमाइश चलती रहने के बाद आखिरकार किसान रैली को घटनास्थल पर ही खत्म कर सज्जन वर्मा भोपाल के लिए रवाना हो गए।
इसके बाद मीडिया से बातचीत में सज्जन वर्मा ने कैलाश विजयवर्गीय पर अपना गुस्सा उतारते हुए उन्हें पाखंडी कह डाला। सज्जन वर्मा ने कहा कि हम विपक्ष के लोग जनहित के मुद्दे पर जनता के साथ नहीं खड़े होंगे तो हमारा विपक्ष कहलाने का धर्म खत्म हो जाएगा। उन्होने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय जैसे कई आए और चले गए, लेकिन हम अपना धर्म जानते हैं और उसी पर चल रहे है।