सिवनी, डेस्क रिपोर्ट। सीएम शिवराज (CM Shivraj) द्वारा प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त (corruption free) बनाने की कवायद तेज है। सीएम द्वारा अधिकारियों को लगातार बड़े निर्देश दिए जा रहे हैं। जिनका पालन भी अव्वल दर्जे पर किया जा रहा है। भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारियों (Corrupt Officer) की धरपकड़ भी जारी है। ताजा मामला सिवनी जिले से जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर घनोरा तहसील में बड़ी कार्रवाई की गई है। दरअसल धनोरा तहसील में पदस्थ हल्का पटवारी कौशल किशोर राजपूत (Patwari Kaushal Kishore Rajput) को 15 हजार रूपए की रिश्वत (bribe) लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के मुताबिक विशेष स्थापना के लोकायुक्त जबलपुर द्वारा 11 मार्च शुक्रवार दोपहर 12:00 बजे यह कार्रवाई की गई। जानकारी के मुताबिक विशेष स्थापना जल लोकायुक्त जबलपुर डीएसपी के नेतृत्व में कार्रवाई की गई है। जिसमें पैतृक जमीन के बंटवारे के एवज में पटवारी द्वारा 30 हजार रूपए की मांग की गई थी। वही इसकी शिकायत केवलारी तहसील के निवासी शेख पीर द्वारा जबलपुर लोकायुक्त में की गई थी।
इस मामले में लोकायुक्त द्वारा शिकायत के तथ्यों की जांच और स्पष्टता साबित होने के बाद लोकायुक्त डीएसपी के नेतृत्व में शुक्रवार को जाल बिछाया गया। जहां रिश्वत के 15 हजार रूपए लेकर पीड़ित को हल्का पटवारी कार्यालय में भेजा गया। पदस्थ पटवारी कौशल किशोर राजपूत द्वारा रिश्वत की रकम लेते ही मौके पर पहुंचकर लोकायुक्त टीम द्वारा उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में डीएसपी जेपी वर्मा का कहना है फिर के बड़े भाई की मृत्यु होने के बाद पैतृक जमीन के बंटवारे के लिए जुलाई 2021 में आवेदन दिया गया था। वहीं जमीन के बंटवारे के लिए पटवारी द्वारा शेख पीर कुरैशी से 30 हजार रूपए की मांग की गई थी। जिसके बाद पीड़ित द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर होने की बात कहे जाने के बाद मामला 15 हजार रूपए पर तय किया गया था। वहीं इस मामले में पीड़ित ने 7 फरवरी को लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले में पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। वही आगे की कार्रवाई जारी है।