शहडोल। सोमवार को मध्यप्रदेश में पहली चरण की वोटिंग सम्पन्न हुई। इस दौरान शहडोल लोकसभा सीट पर कई ग्रामीणों द्वारा चुनाव का बहिष्कार किया गया। वही वर्तमान सांसद ज्ञान सिंह ने भी अपने मत का इस्तेमाल नही किया। खबर है कि सोमवार को हुए मतदान में सांसद ज्ञान सिंह ने खुद को घर में कैद कर लिया था और वे पूरा दिन घर से नहीं निकले। वे वोट डालने भी मतदान केंद्र नहीं गए। वही यह बात पार्टी नेताओं तक भी पहुंची है, जिसके बाद से ही बीजेपी में खलबली सी मची हुई है।
दरअसल, टिकट वितरण के बाद से ही बीजेपी में जमकर घमासान मचा हुआ है। टिकट कटने के बाद दावेदारों और वर्तमान सांसदों की नाराजगी सामने आ रही है। हालात यह कि सांसद वोट देने से भी पीछे हट रहे है। यही कारण है कि शहडोल सांसद ने वोट नही दिया और सारा दिन घर में ही आराम करते रहे। इस बार पार्टी ने वर्तमान सांसद ज्ञान सिंह का टिकट काट कर कांग्रेस से हाल ही में बीजेपी में शामिल हुई हिमाद्री सिंह को शहडोल से प्रत्याशी बनाया है। जिसके बाद से ही ज्ञान सिंह नाराज चल रहे है। बीते दिनों तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिया था लेकिन पार्टी नेताओं की समझाइश के बाद अपना इऱादा बदला। लेकिन उनकी नाराजगी कम नही हुई और उन्होंने हिमाद्री के समर्थन में प्रचार प्रसार और वोट की अपील करने से भी इंकार कर दिया था। इसके बाद जब सोमवार को वोटिंग हुई तो उनकी नाराजगी जग जाहिर हो गई। वे मतदान करने ही नही पहुंचे और घर में ही सोते रहे। बताया जा रहा है कि पार्टी हाईकमान तक भी यह बात पहुंची है।
वही सोमवार को मतदान में हिस्सा न लेने के बाद ये चर्चा भी चलना शुरू हो गई कि ज्ञानसिंह सोहागपुर के पूर्व विधायक छोटेलाल सरावगी के संपर्क में हैं। छोटे लाल सरावगी ने भी दो सप्ताह पहले भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। इसके पीछे कारण उनके पुत्र राजकुमार सरावगी को पुलिस द्वारा भोपाल से गिरफ्तार किया जाना था। छोटेलाल का आरोप है कि राजकुमार सरावगी की गिरफ्तारी पूरी तरह से राजनीतिक मामला है। इसमें बीजेपी के भी कई लोगों मिले हुए है। ज्ञान सिंह कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं|