Shahdol News : शहडोल में महावीर स्वामी के 2661वें जन्मोत्सव के अवसर पर शोभायात्रा निकाली गई। बता दें जैन समाज के लोगों ने भगवान का अभिषेक करने के बाद इस यात्रा का शुभारंभ किया। इस दौरान शोभायात्रा जैन मंदिर से शुरू होकर नगर के विभिन्न गलियों से होकर गुजरी। जिसका लोगों ने भव्य स्वागत किया। वहीं, किसी प्रकार की कोई अनहोनी ना हो इसके लिए पुलिस प्रशासन की पूरी टीम मौके पर मुस्तैद रही।
रात में किया जाएगा पूजन-अर्चन
केवल इतना ही नहीं, यात्रा में शामिल हुए लोगों को ठंडा पेय जल और मिठाईंयां भी बाटीं गई। जिसके बाद सामाजिक गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। वहीं, रात में भक्तांबर महाकाव्य के माध्यम से पूजन अर्चन किया जाएगा। जिसमें 48 दीप विशेष मंत्रों के साथ प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।
नैतिकता का महान उदाहरण
बता दें कि महावीर स्वामी जैन धर्म के अत्यंत महत्वपूर्ण धार्मिक गुरु थे, जिन्होंने नैतिकता और आध्यात्मिकता के लिए एक महान उदाहरण स्थापित किया था। महावीर स्वामी की जन्म तिथि को उनके जीवन और उनके उपदेशों को स्मरण करने के लिए मनाना बहुत महत्वपूर्ण होता है। उनके उपदेशों में अहिंसा, अस्तेय, अपरिग्रह, सत्य और ब्रह्मचर्य जैसी मूल्यों का महत्व बताया गया है। जैन धर्म के अनुयायी भगवान महावीर स्वामी के उपदेशों का पालन करते हुए एक आध्यात्मिक जीवन जीते हैं।
कार्यक्रमों का आयोजन
यह त्योहार जैन समुदाय के लोगों द्वारा पूरे विश्व में बहुत ही उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन जैनों द्वारा अलग-अलग धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। धार्मिक कार्यक्रम में भगवान महावीर स्वामी की पूजा-अर्चना और उनके जीवन के उदाहरणों का वर्णन किया जाता है। इस दिन जैन मंदिरों में भी भगवान महावीर स्वामी की मूर्ति के समक्ष पूजा-अर्चना की जाती है। जैन समुदाय के लोग इस दिन विशेष तौर पर अहिंसा, दान और अन्य धार्मिक आचरणों का पालन करते हैं।