शिवपुरी, मोनू प्रधान। करैरा के रामपुर गधाई में मंगलवार को पुलिया का पाइप दलित किसान के खेत व मकान की तरफ खोलने को लेकर चल रहे विरोध के बाद चक्काजाम, लाठीचार्ज, पथराव की घटना में डेढ़ साल के मासूम की मौत के मामले में करैरा विधायक प्रागीलाल जाटव मौके पर पहुंचे जहां उन्होंने प्रशासन के अधिकारियों व समाज के पंचों के साथ पंचायत की। इस दौरान कलेक्टर व एसपी भी मौजूद रहे। देर रात करीब नौ घंटे तक चली पंचायत के बाद प्रशासन ने आधी रात को मामले में दो पुलिसकर्मियों को मासूम की हत्या का आरोपी मानते हुए परिजनों की शिकायत पर उप निरीक्षक अजय मिश्रा और जगदीश रावत के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया है।
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इस पूरे मामले में पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर पर गौर करें तो पूरे विवाद की वजह घटना से पहले पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची नरवर तहसीलदार रुचि अग्रवाल हैं। रिपोर्ट में उल्लेख है कि पुलिसकर्मियों को लाठीचार्ज करने के आदेश रुचि अग्रवाल द्वारा दिये गए जिसके बाद पुलिस ने ग्रामीणों पर लाठियां चलाना शुरू कर दिया था।
ये था मामला
बता दें, करेरा से भितरवार सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीण और पुलिस में विवाद हो गया था जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया था। इसपर पुलिस ने भी लाठियां चलाई जिस दौरान लाठीचार्ज के कारण डेढ़ साल के एक बच्चे की मौत हो गई। वहीं पथराव में पुलिस दरोगा राघवेंद्र यादव का सिर भी फट गया था। ये घटना करेरा थाना क्षेत्र के ग्राम रामनगर गधई की है। करेरा से भितरवार सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों और प्रशासन में विवाद हुआ जिसने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया था। जिसके बाद पंचों ने बैठक कर मासूम की हत्या के मामले में 2 पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराया है।