8 फीट लम्बे मगरमच्छ का किया सुरक्षित रेस्क्यू, वापस नदी में छोड़ा

Amit Sengar
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शिवपुरी, मोनू प्रधान। मध्यप्रदेश के शिवपुरी (Shivpuri) जिले में बीती रात हुई तेज बारिश के चलते मगरमच्छ शहर की गलियों में घूमते हुए दिखाई दिया, जिसके बाद वहां स्थानीय लोगों ने प्रशासन और फॉरेस्ट की रेस्क्यू टीम को फोन किया, जिसके बाद रेस्क्यू टीम आई और बड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ पर काबू किया गया। 8 फीट लंबा मगरमच्छ को पकड़ने के बाद अमोला के पास स्थित सिंध नदी में छोड़ दिया गया। बताया जा रहा है कि इससे पूर्व भी इस तरह की घटना सामने आई हैं।

आपको बता दें कि मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में बीती रात हुई तेज बारिश ने शहर में बाढ़ जैसे हालात निर्मित कर दिए, रात भर हुई तेज वारिश के चलते शहर के नदी नाले उफान पर आ गए, और वहीं शिवपुरी के चांद पाटा और जाघव सागर तालाब में सैकड़ों की संख्या में मगरमच्छ मौजूद है, जो कि नालो के माध्यम से शहर में प्रवेश कर जाते हैं। बीती रात हुई भारी बारिश के चलते करीब 8 फीट लंबा एक मगरमच्छ नाले में होते हुए शहर के बीचोबीच स्थित महावीर नगर कॉलोनी में पहुंच गया। जो कि एक घर के दरवाजे पर जाकर बैठ गया, जब घरवाले सुबह सो कर उठे और उन्होंने अपना दरवाजा खोला तो बाहर मगरमच्छ बैठा हुआ था, जिसे देखकर पूरा परिवार सहम गया और डर के मारे छत पर पहुंच गया। हालांकि स्थानीय लोगों ने प्रशासन और फॉरेस्ट की रेस्क्यू टीम को फोन किया, जिसके बाद रेस्क्यू टीम आई और बड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ पर काबू किया गया। मगरमच्छ को पकड़ने के बाद अमोला के पास स्थित सिंध नदी में छोड़ दिया गया।

स्थानीय निवासी योगेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि मुझे मेरे फ्रेंड ने बुलाया तो में उसके यहाँ जा रहा था तो गली में 2-3 फीट पानी भरा हुआ था तो ऊपर से बच्ची चिल्ला रही की मगरमच्छ है, तो मैंने देखा तो जल्दी से घर में छत पर चढ़ गया। फिर मैंने और फॉरेस्ट टीम को सूचना दी, जिसके बाद रेस्क्यू कर मगरमच्छ को पकड़ लिया गया।

फॉरेस्ट की रेस्क्यू टीम प्रभारी एसके शर्मा ने बताया कि मगरमच्छ की लंबाई काफी ज्यादा थी जिसे पकड़ने में बहुत मशक्कत करनी पड़ी वहीं मगरमच्छ का वजन लगभग 5 कुंटल बताया जा रहा हैं। रेस्क्यू प्रभारी एसके शर्मा ने मगर को पकड़कर नदी में छोड़ दिया।

गौरतलब है कि शिवपुरी शहर की निचली बस्तियों में घरों में घुसे पानी ने काफी नुकसान पहुँचा है। बारिश की तबाही का आलम यह कि नबाव साहब रोड़ क्षेत्र में बहने वाला नाला चार पहिया वाहन को अपने साथ वहा ले गया इसके अतिरिक्त सैकड़ों दो पहिया वाहन भी शहर के उफान मारते नालों और जल भराव की चपेट में आ गए हैं।

शिवपुरी में भारी बारिश से बाढ़ के हालात निर्मित हुए
शिवपुरी शहर में भारी बारिश के चलते शहर के सर्किट हाउस रोड, रामबाग कॉलोनी, गायत्री कॉलोनी, शंकर कॉलोनी, नाई की बगिया, नवाब साहब रोड, पुराना बस स्टैंड, विष्णु मंदिर के सामने, होटल आइस पैलेस के पास, शंकर कॉलोनी, ठंडी सड़क आदि क्षेत्रों में पानी भरा हुआ है इसके अतिरिक्त शहर के जिन क्षेत्रों से होकर नाले गुजरें है, उन सभी स्थानों पर रहने वाले घरों में पानी भरा है, जिससे लोगों को काफी नुकसान पहुंचा है।

नाली निकासी ना होने से, पानी की निकासी ना होने से लोग परेशान
शिवपुरी शहर के कई स्थानों पर पानी की निकासी न होने के चलते घरों में पानी भर चुका है, जिसके कारण लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। कई घरों में पानी भरा हुआ है, रहवासियों ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं, लोगों का कहना है कि समय पर नालों की सफाई और कॉलोनियों में पानी की निकासी की व्यबस्था की जाती तो आज उन्हें इतना नुकसान नहीं उठाना पड़ता।

फोरलेन हाइवे उखड़ी
देर रात हुई आफत की बारिश ने शहर ही नहीं शहर से सटे ग्रामीण अंचल में भी रौद्र रूप दिखाया है, आफत की वारिश ने सिंहनिवास गाँव के पास आगरा-बम्बई फोर लेन हाईवे को भी उखाड़ फेंका हैं। एहतियातन के तौर पर मौके पर यातायात पुलिस को मोर्चा सँभालना पड़ा मौके पर पहुँचे यातायात प्रभारी ने तकरीबन आधा किलोमीटर मार्ग को बंद करवा कर ट्रैफिक को हाइवे की दूसरी पट्टी से निकाला। यातायात प्रभारी रणवीर यादव का कहना है कि हाइवे की नीचाई होने की वजह से सड़क पर तालाब व खेतों का पानी आ जाता है, बीते वर्ष हुई बारिश से भी इस हाइवे के हालात बिगड़े थे, एनएचएआई को सूचना दे दी गई है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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