शिवपुरी, शिवम पांडेय।– खनियाधाना जनपद की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार (Corruption) के आरोप लग रहे हैं। ताजा मामला ग्राम पंचायत क्यारा का है जहां मनरेगा सहित अन्य विकासकार्यों में करोड़ों का घोटाला सामने आया है। यहां विकास कार्यों में हेरफेर की शिकायतें आए दिन सामने आ रही हैं और सरपंच, सचिवों की मनमानी से ग्राम पंचायतों के लोग परेशान हैं। इन मामलों में अधिकारियों की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही हैं। कर्मचारियों की बेफिक्री का आलम यह है कि बगैर काम किए ही लाखों रुपए फर्जी तरीके से निकाले जा रहे हैं।
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ग्राम पंचायत क्यारा में 5 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार (Corruption) का मामला सामने आया है। यहां मनरेगा में बड़ा घोटाला का मामला सामने आया है जिसमें जिम्मेदार अधिकारियों ने फर्जी मूल्यांकन कर सरपंच सचिव को फायदा पहुंचाने के लिए करोड़ों की राशि सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक ने फर्जी तरीके से निकाल ली। उपसरपंच का कहना है कि उन्हें पता ही नहीं चलता कि कौन कब कहा फर्जी दस्तखत कर राशि निकाल लेता है। बता दें कि पिछले चार सालों से यह खेल चल रहा है और मौके पर एक विकास कार्य देखने को नहीं मिलता। इस घोटाले में सरपंच, सचिव से लेकर जिला पंचायत स्तर के आला अफसर शामिल बताए जा रहे हैं। खनियाधाना जनपद पंचायत ग्राम पंचायत क्यारा एक ऐसी ग्राम पंचायत है जिसमें सरपंच सचिव और रोजगार सहायक ने अधिकारियों से सांठगांठ कर बिना काम कराए ही करोड़ों की राशि खुद हड़प ली है। उपसरपंच से लेकर ग्रामीण तक इस तरह के आरोपों की पुष्टि कर रहे हैं और कह रहे हैं कि करोड़ों का विकासकार्य केवल कागजों पर ही हो गया, असल में यहां कुछ नहीं हुआ है।