शिवपुरी| सरकार किसी को नेताओं के भाई भंधुओं और रिश्तेदारों की गुंडागर्दी आये दिन सामने आती है| खासकर प्रदेश में टोल नाके पर होने वाले विवादों में अक्सर बड़े नेताओं का नाम सामने आता है| अब मामला शिवपुरी जिले से हैं जहां कोलारस के बीजेपी विधायक के रिश्तेदार के डम्परों से टोल मांगने पर 8-10 लोगों ने टोलकर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। बताया जाता है कि हमलावर विधायक के रिश्तेदार गोलू रघुवंशी के लोग थे।
जानकारी के मुताबिक पूरनखेड़ी टोल टैक्स बैरियर पर रविवार रात टोल पर से डंपर निकालने को लेकर जमकर हंगामा खडा हुआ। आरोप है कि कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी के साले ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर टोल पर जमकर मारपीट की। इतना ही नहीं इस घटना के दौरान टोल पर पीछे से मरीज को लेकर निकल रही एक एम्बूंलेस भी लगभग आधे घण्टे तक रोड पर खडी रही। विधायक ने बीते दिसंबर में टोल प्रबंधक को पत्र लिख कर 22 गाडिय़ों के नंबर देते हुए इन्हें टोल फ्री करने को कहा था। माना जा रहा है कि टोलकर्मियों पर हमला विधायक की बात नहीं मानने के कारण किया गया। दूसरी ओर, विधायक ने हमले में अपने किसी रिश्तेदर के शामिल होने से इनकार किया है। हालांकि, विधायक ने यह स्वीकार किया कि टोल प्रबंधक को गाडिय़ों से टोल फीस नहीं लेने के लिए उन्होंने पत्र लिखा था।
टोल कर्मचारीयों ने जब टोल की मांग की तो डंपर के ड्रायवर ने कहा कि यह कोलारस विधायक के साले का डंपर है। जिसका टोल नहीं लगता। जिसपर टोलकर्मीयों ने कहा कि बिना टोल चुकाए डंपर नहीं निकल सकता तो डंपर का ड्रायवर ने इस मामले की सूचना अपने मालिक गोलू रघुवंशी को की। इस पर एक वाहन में आए 8-10 लोगों ने टोलकर्मियों की पीटना शुरू कर दिया। उसके बाद आरोप है कि गोलू रघुवंशी जबरन टोल का बूम उठाकर अपना डंपर लेकर चले गए। इस मामले की शिकायत टोल प्रंबंधन ने पुलिस चौकी लुकवासा में की। जहां पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। वहीं विधायक का कहना है कि टोल नाके पर मारपीट करने वाले से मेरा कोई रिश्ता नहीं है। वाहनों के जिस लेटर की बात कही जा रही है, वह डेढ़ माह पूर्व दिया था। उसमें हमारे कार्यकर्ता और समर्थकों के द्वारा दिए गए वाहनों के नम्बर हैं।