शिवपुरी ।
कांग्रेस में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद नेताओं की नाराजगी का सिलसिला शुरु हो गया है। समर्थक अपने विधायक को मंत्री ना बनाए जाने पर सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे है, अपनी ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है और तो और अब समर्थक अब धमकी देने पर भी उतारु हो गए है। ताजा मामला शिवपुरी से सामने आया है, जहां कांग्रेस विधायक केपी सिंह के समर्थकों ने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को सोशल साइट पर धमकी दी है। केपी समर्थक ने सांसद सिंधिया का पिछोर में घुसना बैन कर दिया है।
ये धमकी शिवपुरी के अरनव प्रताप सिंह चौहान नामक शख्स ने दी है। अरनाव ने फेसबुक पर सिंधिया को धमकी देते हुए पिछोर आने पर बैन लगा दिया है। फेसबुक पर केपी सिंह समर्थक अरनाव प्रताप सिंह चौहान ने लिखा है कि ‘पिछोर विधानसभा क्षेत्र में सिंधिया पर बैन, भूल से भी पिछोर विधानसभा से गुजरने की गलती ना करें महाराज हो कौन हो, कक्काजू जिंदाबाद।”इस धमकी के साथ अरनव ने अपनी हाथ में गन लिए वाली फोटो लगाई है।वही धमकी भरे मैसेज के बाद जहां राजनैतिक गलियारों में सरगर्मियां तेज हो चली है वही कांग्रेस में बवाल मच गया है।
दरअसल, विधानसभा चुनाव के नतीजे आने पर पिछोर विस सीट से कांग्रेस के पूर्व मंत्री केपी सिंह ने भाजपा के प्रीतम लोधी को हराकर छठवीं बार जीत दर्ज की थी। उनके समर्थकों को इस बार पूरी उम्मीद थी कि वे मंत्रिमंडल में मंत्री जरूर बनेंगे। इसलिए चुनाव नतीजे आने के बाद शिवपुरी शहर में उनके कैबिनेट मंत्री बनाए जाने पर हार्दिक बधाई देने के होर्डिंग लगा दिए गए थे। जैसे ही मंगलवार को उनके समर्थकों को यह पता लगा कि मंत्री बनने वालों की सूची में उनके नेता का नाम नहीं है तो उन्हें निराशा हुई। इसके बाद उनके समर्थकों ने केपी सिंह जिंदाबाद और प्रदेश कांग्रेस मुर्दाबाद के नारे भी लगाए थे। इस तरह का एक वीडियो वाट्सएप पर भी वायरल हुआ था। जिसमें समर्थक केपी सिंह को मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज दिखे। इसके अलावा सोशल साइट फेसबुक पर भी समर्थकों ने विरोध जताया। सोशल मीडिया पर मंत्री नहीं बनाने का सबक लोकसभा चुनाव में भुगतने तक की बात लिख दी थी।
पहले भी मिल चुकी है धमकी
बता दे कि यह कोई पहला मामला नही है। इसके पहले भी सिंधिया को धमकी मिल चुकी है। चुनाव के पहले भाजपा विधायक उमा देवी के बेटे प्रिंसदीप ने फेसबुक पर पोस्ट कर सिंधिया को गोली मार देने की धमकी दी थी। प्रिंस ने फेसबुक पर लिखा था कि ‘सुन ज्योतिरादित्य तेरी रगों में जीवाजी राव का खून है, जिसने बुंदेलखंड की बेटी झांसी की रानी का खून किया था, अगर उपकाशी हटा में प्रवेश कर इस धरती को अपवित्र करने की कोशिश की तो गोली मार दूंगा, लहारी में ही, या तो मेरी मौत होगी या तेरी।’ इस धमकी के बाद भी जमकर बवाल मचा था। पुलिस मे एफआईआर करवाई गई थी और उमा खटीक ने इसके लिए माफी भी मांगी थी।