शिवपुरी, शिवम पाण्डेय। जिले के खनियाधाना थाना अंतर्गत अवैध रेत उत्खनन कर ट्रैक्टर ट्रॉली से बैखौफ तरीके से रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा है। पुलिस पहले ट्रैक्टर पकड़ती है और फिर मामले को रफा दफा कर देती है। इसका जीता जागता उदाहरण बुधवार रात पुलिस थाना के सामने देखने को मिला।
डायल 100 पर तैनात आरक्षक गणेश माझी ने खनियाधाना में रेत के ट्रैक्टर को रोककर रेत के कागजात मांगे तो कोई कागजात नहीं मिले। इसके बाद पुलिस आरक्षक ने ट्रैक्टर की चाबी ले ली और कहा कि ट्रैक्टर पुलिस थाना खनियाधाना जाएगा और आरक्षक थाने आ गए। यहां सब आरक्षक द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारियों को बताया गया और वह केस बनाने लगे, तभी खनियाधाना थाने में पदस्थ नगर सैनिक बच्ची लाल ने रुतबे के दम पर पुलिस को सेवाशुल्क देकर ट्राली को छुड़वा लिया। इस पूरे मामले में आरक्षण गणेश मांझी की ईमानदारी उजागर हुई है, आरक्षक मांझी को नगर सैनिक द्वारा मैनेज करने की कोशिशकी गई लेकिन वो तैयार नहीं हुए। आपको बता दें कि दर्जनों गांवों में रेत माफिया बेखौफ होकर दिन रात उवैध उत्खनन कर रहे है। रेत माफिया की पुलिस से मिलीभगत किसी से छुपी नहीं है। रेत माफिया की ट्रैक्टर ट्रॉली पकड़ने के बाद पुलिस सेवाशुल्क मिल जाने के बाद बगैर कोई कार्रवाई के चुपचाप छोड़ दी जाती है। खनियाधाना थाने में अकसर ऐसे वाकये सामने आते रहते हैं। बुधवार की रात को पुलिस खनियाधाना के बस स्टैंड पर ट्रैक्टर व ट्राली अवैध रूप से रेत खनन करते हुए पकड़ कर थाने लाई थी। पुलिस ने उक्त ट्रैक्टर ट्राली पर कोई कार्रवाई न करते हुए रात को 2 दो बजे के करीब उसे छोड़ दिया।
इनका कहना है
मैं कल डायल 100 की ड्यूटी पर था तब मैंने रेत से भरी एक ट्रैक्टर ट्राली को पकड़ा। मैं थाने लेकर आया और वरिष्ठ अधिकारियों को बताया। तभी वहां एक नगर सैनिक द्वारा मुझसे ट्रैक्टर छोड़ने को कहा गया। जब मैंने ट्रैक्टर छोड़ने से मना कर दिया तो आरक्षक द्वारा अपनी गाड़ी की चाबी लगाकर ट्रैक्टर को छोड़ दिया। गणेश माँझी, आरक्षक