शिवपुरी।
मध्यप्रदेश के शिवपुरी में बुधवार को एक निजी अस्पताल में एक पुलिसकर्मी ने शराब के नशे में धुत्त होकर जमकर हंगामा मचाया।पुलिसकर्मी ने पहले रिसेप्शन पर बैठे अस्पतालकर्मी की गिरेबां से पकड़कर चांटे मारना शुरू कर दिया और फिर मरीज के परिजन को पलंग से हटाकर खुद बैठ गया। पुलिसकर्मी इतने पर नही रुका और फिर रायफल लोड करके बोला गोली मार दूंगा।पुलिसकर्मी के रायफल निकालते ही अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और फिर उसे साथ ले गई। इस पूरे घटनाक्रम के बाद एसपी राजेशसिंह चंदेल ने पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है।
दरअसल, मामला शहर के सिद्धि विनायक अस्पताल का है। यहां कोटा के दोहरे हत्याकांड के फरियादी पीड़ित पक्ष के सुल्तानसिंह, पहलवानसिंह व साहब सिंह राजपूत को 26 नवंबर को भर्ती कराया गया है। उनकी सुरक्षा में सिपाही राघवेंद्र सिंह रावत पुत्र केदारसिंह रावत पुलिस लाइन की ड्यूटी थी। वह आरक्षक पुलिस लाइन में तैनात है। बीती रात अस्पताल में आते ही पुलिसकर्मी ने स्टाफ व अन्य लोगों से गाली गलौज व बदतमीजी करना शुरु कर दिया। हॉस्पिटल स्टाफ व प्राइवेट गार्ड ने मना किया तो वह रिसेप्शन में आकर खड़ा हो गया। रिसेप्शन पर कार्यरत विशाल शर्मा पुत्र योगेश शर्मा से गाली गलौज व बदतमीजी की। आरक्षक का कहना था कि वह रिसेप्शन के काउंड पर बैठकर शराब पीएगा, लेकिन इसकी अनुमति विशाल ने नही दी तो आरक्षक ने रिसेप्शन में घुसकर उसकी मारपीट कर दी।
दूसरे सुरक्षा कर्मी व अस्पताल स्टाफ ने बीच बचाव किया। आरक्षक ने जान से मारने की धमकी दी और दूसरी मंजिल पर भर्ती मरीज के पास चला गया। वहां पुलिसकर्मी दूसरे मरीज के परिजन को हटाकर उसके बिस्तर पर बैठ गया और अपनी सरकारी रायफल को लोड करके बोला कि मैं तुझे आज गोली मार दूंगा। घटना से अस्पताल स्टाफ व मरीज डर गए। लेडीज स्टाफ नर्स काम छोड़कर घर चली गईं।
विवाद बढ़ने पर अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद मौके पर कोतवाली पुलिस पहुंची जो आरक्षक को लेकर वहां से आ गई।इसके बाद पुलिस उसे मेडिकल के लिए अस्पताल ले गई, जहां उसके शराब पीने की पुष्टि हुई। बताया जाता है कि आरक्षक राघवेंद्रसिंह रावत पर कोतवाली में एक गंभीर अपराध दर्ज है। वह उस मामले में आरोपी है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद एसपी राजेशसिंह चंदेल ने पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है।