सेवढ़ा, राहुल ठाकुर। प्रदेश के सेवढ़ा (sewadha) अनुभाग में लॉकडाउन (lockdown) लगे काफी समय हो गया है जिसके चलते शराब (liquor) की दुकाने भी जिला प्रशासन के निर्देश के बाद बन्द हो गई थी। लेकिन यह मात्र एक औपचारिकता (formality) महज बनकर रह गई है। शराब ठेकेदारों की दुकाने तो बंद हैं लेकिन असली कारोबार (business) गली मोहल्लों से किया जा रहा है। सेवढा नगर समेत अवैध शराब की तस्करी (liquuor smuggling) निरन्तर जारी है। मंगरोल क्षेत्र में भी दिन दुगुनी रात चौगुनी शराब की तस्करी थाने से मात्र 200 मीटर की दूरी से की जा रही है और जिला आबकारी व स्थानीय पुलिस अमला मूक दर्शक बना हुआ है।
यह भी पढ़ें… MP Weather Update : मप्र में झमाझम का दौर जारी, इन संभागों में बारिश का अलर्ट
खुलेआम शराब की बिक्री इन शराब माफियाओं के द्वारा की जा रही है। बता दें कि दतिया, भिंड, ग्वालियर व उत्तप्रदेश की सीमाओं से जुड़ा हुआ है वहीं से असली रूप में शराब की तस्करी की जाती है। सेवढा नगर की हर गली में शराब का सेवन करते लोग देखे जा सकते है। लेकिन हैरत की बात यह कि यदि शराब की दुकाने बन्द हैं तो शराब इतनी आसानी से उपलब्ध कैसे हो रही है। नाकों में तैनात पुलिस बल आखिर किस बात की जांच पड़ताल कर रहा है। शराब की तस्करी भी अधिकांश रूप से स्थानीय आधिकरियों के नाकों के क्षेत्र से ही होती है लेकिन मिली भगत के चलते शराब तस्करों पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती। मंगरोल क्षेत्र में शराब तस्करों की जानकारी लगी तो हैरत में डालने वाली बात सामने आई। शराब की दुकान मंगरोल चौकी से मात्र 200 मीटर के दायरे में संचालित पाई गई इसके बावजूद शराब तस्करी पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
यह भी पढ़ें… रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले डॉक्टर, मेडिकल संचालक सहित 3 गिरफ्तार
उल्लेखनीय है कि जब शराब तस्करी के बारे में डिरोलीपार थाना प्रभारी वैभव गुप्ता से बात की तो उन्होंने कार्यवाही की बात न करते हुए उन्होंने उल्टा आबकारी विभाग को सूचना करने की बात कही। ये गैर जिम्मेदाराना जवाब किसी की भी समझ से परे है।