शिवपुरी, डेस्क रिपोर्ट। एक तरफ मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की बेटियों को अपनी भंजिया कहते हैं और उनके लिए तमाम योजनाएं बनाई जा रही हैं। वहीं कई अधिकारी इन सारी कोशिशों पर पानी फेर देते हैं। शिवपुरी जिले के ग्राम सेवड़ा में ऐसा ही कुछ देखने को मिला, जब छात्राएं कलेक्ट्रेट में साइकिल न मिलने की शिकायत के साथ पहुंची। यहां डिप्टी कलेक्टर ने उनकी समस्या सुनने की बजाय उनके सामने ही अभिभावकों का बुरी तरह अपमान कर दिया और एफआईआर कराने की धमकी तक दे डाली।
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यहां करीब 37 छात्राएं टीचर एवं अभिभावकों के साथ अपनी पीड़ा लेकर कलेक्ट्रे़ट में जनसुनवाई में पहुंची थी। ग्राम सेवड़ा की हाई स्कूल की छात्राएं साइकल न मिलने के कारण तीन किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल जा रही हैं। इन्हें स्कूल में पीने का पानी तक नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में जब ये छात्राएं मंगलवार को अपने टीचर एवं अभिभावकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची तो डिप्टी कलेक्टर अंकुर गुप्ता उन्हें देखकर भड़क गए। छात्राओं की समस्या सुनने के बजाए उनके सामने ही वो टीचर एवं अभिभावकों पर एफआइआर दर्ज करने की धमकी देते हुए उन्हें ब्लेकमेलर कहने लगे। जबकि छात्राएं बोलती रहीं कि हम खुद आना चाहते थे और हमें अकेले नहीं आना था इसलिए अपने पिता एवं टीचर के साथ आए हैं। लेकिन डिप्टी कलेक्टर तो जैसे कुछ सुनना ही नहीं चाहते थे। वो भाषायी मर्यादा भी भूल गए और ये भी कि बच्चियों के सामने ही उनके शिक्षकों और अभिभावकों का अपमान कर रहे हैं। अब अंकुर गुप्ता के इस बर्ताव का वीडियो सोशल मीडिया मे जमकर वायरल हो रहा है। वहीं डिप्टी कलेक्टर इस मामले में तर्क दे रहे है कि वह छात्राओं को कलेक्ट्रेट लेकर आने को लेकर अभिभावकों को ये बोल रहे थे कि आप लोग अकेले आ जाते, बच्चों को क्यों साथ लाए। बता दें कि डिप्टी कलेक्टर अंकुर गुप्ता अपने इस तरह के बर्ताव के कारण पहले भी विवादों में घिर चुके है।