सिंगरौली,राघवेन्द्र सिंह गहरवार। जिला जो कि अधिकारियों और कर्मचारियों का चारागाह बन गया है। एक बार जो यहां आ जाता है यहां से जाने का नाम नही लेता,अगर तबादला हो भी जाये तो नीचे से ऊपर तक गुलाबी नोटो के दम पर तबादला रुकवाने से लेकर स्टे ऑर्डर तक लेने में नहीं चूकते, क्योकि वो जानते हैं कि जितना लगायेंगे उतना तो एक महीने में सुल हो जायेगा।
इस समय सिंगरौली जिले में CMHO आरपी पटेल का तबादला सुर्खियों में बना हुआ है। हाल ही में सिंगरौली CMHO आरपी पटेल का तबादला रीवा में उप संचालक के पद पर हुआ है। लेकिन आरपी पटेल का CMHO की कुर्सी से मोह भंग नही हो रहा है, इसलिए तबादले के बाद भी डॉक्टर आरपी पटेल के द्वारा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मध्यप्रदेश शासन के आदेश की अवहेलना करते हुए खुलेआम मध्यप्रदेश शासन के नियम की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
CMHO को हटाने की मांग कर चुकी है सीपीआई पार्टी
अभी हाल ही में सीपीआई पार्टी सिंगरौली द्वारा CMHO आरपी पटेल को हटाने के लिए जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया था , लेकिन अब तक ज्ञापन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वही CMHO आरपी पटेल का तबादला मध्यप्रदेश शासन द्वारा रीवा के लिए कर दिया गया है। लेकिन आरपी पटेल द्वारा सिंगरौली जिले का CMHO का पदभार नहीं छोड़ा जा रहा है, जिस पर सीपीआई पार्टी के राज्य परिषद सदस्य संजय नामदेव ने कहा कि अगर आरपी पटेल को सिंगरौली से नही हटाया गया तो हम आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। आगे नामदेव ने कहा कि अगर इसी तरफ मध्यप्रदेश शासन के आदेश की अवहेलना कर खुलेआम धज्जियां उड़ाया गया तो आने वाले कल में हर कोई सरकार के नियमो की अवहेलना कर उनके आदेश की धज्जियां उड़ायेंगे और जो जहां है वही अपने पद पर बना रहना चाहेगा।
जिले की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था और हो रही मौत के कारण
जिला कांग्रेस आईटी सेल व मीडिया विभाग के जिलाध्यक्ष रामनिवास तिवारी ने CMHO आरपी पटेल पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिले में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था,आये दिन जिला अस्पताल में हो रही मौत और कोरोना पर अंकुश न लगा पाने में CMHO आर पी पटेल असमर्थ है। यैसे में उन्हें जिले में CMHO के पद पर बने रहने का कोई हक नहीं बनता और मध्यप्रदेश शासन द्वारा उनका तबादला भी कर दिया गया है फिर भी सरकार के आदेश की अवहेलना आरपी पटेल द्वारा की जा रही है। आगे उन्होंने कहा कि आखिर क्या कारण है कि जिला प्रशासन CMHO आरपी पटेल को जिले से हटाने में असमर्थ नजर आ रहा है। सरकार के आदेश का पालन सिंगरौली जिला प्रशासन नहीं करवा पा रहा है।