सिंगरौली,राघवेन्द्र सिंह गहरवार। बरगवां थाना क्षेत्र में स्थित त्रिमूला इंडस्ट्रीज में बीते 14 जनवरी को कार्य के दौरान हादसा पेश आया था, जहां बॉयलर की चपेट में आने से 48 वर्षीय कमला प्रसाद साहू निवासी रमपुरवा बुरी तरह झुलस गया था। आनन-फानन में उसे उपचार हेतु चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां उसकी स्थिति गंभीर देखते हुए उसे वाराणसी रेफर कर दिया गया था। घटना के बाद से ही ग्रामीणों में कंपनी प्रबंधन द्वारा बरती गई लापरवाही को लेकर रोष व्याप्त था। कल रविवार को वाराणसी में इलाज के दौरान कमला प्रसाद साहू की मौत हो गई। उसके परिजनों द्वारा आज सुबह उसका शव लाया गया। जिसके बाद परिजनों समेत भारी संख्या में ग्रामीण उसके शव को कंपनी गेट पर रखकर आश्रितों को नौकरी और मुआवजे को लेकर प्रदर्शन करने लगे। इधर सूचना मिलते ही एसडीओपी राजीव पाठक के मार्गदर्शन में बरगवां निरीक्षक आर पी सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए हैं।
एसडीओपी राजीव पाठक ने बताया कि घटना के बाद व्यक्ति का इलाज बनारस में चल रहा था। कल उसके मृत्यु की सूचना मिलते ही निरीक्षक आर पी सिंह द्वारा मृतक के परिजनों को अंत्येष्टि हेतु 60 हजार मोहिया कराए गए थे फिर भी आज परिजनों एवं ग्रामीणों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। जल्द ही कंपनी प्रबंधन से उनकी वार्ता कराकर इस मामले का निराकरण करा लिया जाएगा।
विवादित नेता ने प्रशासनिक अधिकारियों से की झुमझपटी
नायब तहसीलदार जानवी शुक्ला,मोरवा एसडीओपी राजीव पाठक सहित बरगवां थाना प्रभारी दलबल के साथ मौके पर पहुंच कर मृतक के परिजनों को बातचीत कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा था जहाँ मृतक के परिजन प्रशासन के आश्वासन के बाद मृतक के परिजन शव को हटाने लगे तभी अक्सर विवादों में रहने वाले विवादित नेता के द्वारा मौके पर पहुंचकर मृतक के परिजनों को प्रशासन के खिंलाफ़ भड़काने व आगजनी जैसी घटनाओं निर्मित करने का प्रयास किया जा रहा था जिससे स्तिथि काफी तनावपूर्ण निर्मित हो गई।वही तहसीलदार और मृतक के परिजन ने बताया कि जो लोग माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे थे उन्हें इस मामले से दूर दूर तक कोई मतलब नही था लेकिन अक्सर देखा जाता है कि विवादित नेता अपने राजनीतिक रोटी सेकने व जिले में तनाव पैदा करने का कार्य करते है।इतना ही नही विवादित नेता के द्वारा प्रशासन के लोगो के साथ झुमा झपटी तक कि गई।
About Author
Amit Sengar
मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।
वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”