सिंगरौली,राघवेन्द्र सिंह गहरवार। मध्यप्रदेश के सिंगरौली (Singrauli) जिले के बैढ़न थाना अंतर्गत एक दिल दहला देने वाली घटना का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है। आपको बता दे कि थाना क्षेत्र के हरई पश्चिम में 13 मई की सुबह 11 वर्षीय मासूम अभय शाह पिता राजेश शाह का शव पाया गया था। सूचना पर पहुंची बैढ़न पुलिस मामले की छानबीन में लग गई अंततः मामले की जांच कर बैढन पुलिस ने 36 घंटे के भीतर मासूम के हत्यारे को गिरफ्तार करते हुए अंधी हत्या का पर्दाफाश कर दिया है तथा हत्या में शामिल किशोर को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है।
लोगो ने बताया कि गुरूवार की रात मोहल्ले में आई बारात में गए छात्र अभय को उसके दोस्त ने बहला-फुसलाकर घर के पिछवाड़े तरफ निर्जन सुनसान जगह पर ले गया जहां पर अभय के साथ अप्राकृतिक कृत्य करने लगा मासूम दर्द से चीखने चिल्लाने की कोशिश करता तब तक वह मुंह और गला दबाए रखा जिससे छात्र अचेत हो गया इसके बाद किशोर ने सिर में वजनी पत्थर से कई वार किया तथा चुपचाप अपने घर जाकर सो गया।
शुक्रवार सुबह मासूम छात्र का शव देखकर क्षेत्र में हड़कंप मच गया परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था तथा मृत छात्र के परिजन अपने पुराने विरोधी परिवारों पर हत्या का आरोप लगाते रहे। घटना कि सूचना पर सिंगरौली पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र सिंह,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर,बैढन थाना प्रभारी अरुण पांडेय पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार एवं ग्रामीणों को उचित कार्रवाई एवं न्याय का भरोसा दिलाते हुए एफएसएल टीम से जांच कराया एवं शव का पंचनामा अंत्यपरीक्षण उपरांत हर एक पहलू कि सूक्ष्म जांच करते हुए रक्तरंजित अंत:वस्त्र जप्त करते हुये साक्ष्य गवाह के साथ नाबालिग हत्यारोपी को गिरफ्तार कर धारा 377,302 के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया है।
उक्त कार्यवाही थाना प्रभारी कोतवाली वैढ़न अरूण पाण्डेय, थाना प्रभारी नवानगर रावेन्द्र द्विवेदी, थाना प्रभारी विन्ध्यनगर यूपी सिंह, उनि उदयचन्द्र करिहार, उनि रामजी शर्मा, उनि उपेन्द्रमणि शर्मा, सउनि पप्पू सिंह, अरविंद द्विवेदी, बी.पी. कोल, पिन्टू राय, वीरेन्द्र त्रिपाठी, अवधेश पटेल, प्रआर पंकज सिंह, अरूण पटेल, आरक्षक जितेन्द्र सिंह सेंगर, अभिमन्यू, दिलीप धाकड़, कमल जागीरदार एवं विकास तिवारी शामिल रहे।
About Author
Amit Sengar
मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।
वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”