सिंगरौली, राघवेन्द्र सिंह गहरवार। चार दिन की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस टीम (Police team) को जयंत की लूट (robbery) पर से पर्दाफाश करने में बड़ी कामयाबी मिली है। वही सिंगरौली पुलिस (Singrauli Police) ने इस संबंध में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की गिरफ्त से 60 लाख की कीमत के लूटे गये सामान व नगदी रुपये भी पुलिस ने बरामद किए है। जिसके बाद पुलिस ने धारा 452, 392, 242 के तहत मामला पंजीबद्ध किया।
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पुलिस अधीक्षक बीरेन्द्र कुमार सिंह ने एसपी आफिस में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। जिसमे लूट के प्रकरण में कामयाबी हासिल करने के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि लूट की उक्त घटना जयंत परियोजना के आवासीय परिसर में आवास संख्या एमक्यू 678 में 31 मार्च को अपरान्ह चार बजे के करीब घटना घटी थी और फरियादिया दयमंती देवी की सूचना पर जयन्त चौकी प्रभारी अभिमन्यू द्विवेदी एवं थाना प्रभारी विन्ध्यनगर राघवेन्द्र द्विवेदी तत्काल मौके पर पहुंच गये और पुलिस अधीक्षक बीरेन्द्र कुमार सिंह ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर व नगर पुलिस अधीक्षक देवेश पाठक के निर्देशन में पुलिस टीमों का तत्काल गठन किया और वही सिंह ने बताया कि घटना को अंजाम देते समय दो आरोपी सिविल मेन्टेनेंस के कर्मचारी बनकर उक्त आवास में घुसे थे और फरियादिया का हाथ व मुंह बांधकर आवास से दो नग अटैची एवं एक ट्राली बैग लेकर फरार हो गये ।
उक्त घटना की पता साजी के लिये नियुक्त की गयी टीम द्वारा लगातार चार दिनों तक मशक्कत की गयी और इसके बाद मिले तथ्यों के आधार पर पुलिस टीम ने थाना पदमपुर जिला-बड़गड़ (उड़ीसा) जाकर दबिश डाली और फरियादिया के बहनोई अनिल मेहेर उर्फ पदमलोचन मेहेर उम्र 34 वर्ष को गिरफ्तार करने मे सफलता हासिल की और वही गहन पूछताछ के बाद उसने लूट को अंजाम देने वाले अपने दो साथियों 19 वर्षीय राजेश बीजरा निवासी डोंगरी, पाली थाना-पाईकमाल, जिला बड़गड़ उड़ीसा, 28 वर्षीय विष्णु सोना निवासी डोंगरी, पाली थाना पाईकमाल, जिला बड़गड़ के बारे में बताया और वही ढेरों मशक्कत के बाद पुलिस ने सोना चांदी व हीरे के आभूषण और 16 लाख 35 हजार 300 रुपये नगद बरामद किये और जिसमें सोना-चाँदी लगभग 850 ग्राम और वही चांदी लगभग 500 ग्राम बतायी जाती है ।
पुलिस की जांच धरपकड़ व बरामद माल के बारे में एक खास चीज सामने आयी है। फरियादिया ने रिपोर्ट के दौरान मात्र 50 से 60 हजार रूपये माल जाने की बात लिखवायी थी लेकिन पुलिस ने जब आरोपियों पर हाथ डाला तो प्राप्त माल की कीमत 60 हजार से 60 लाख तक पहुंच गयी और वही पत्रकार वार्ता के दौरान पूछे गये सवालों में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर ने बताया कि एनसीएल के डिप्टी मैनेजर पाणीग्रही के द्वारा दो अटैची फरियादिया के घर में रखवायी गयी थी। जिसमें पुलिस के अनुसार क्या था यह फरियादिया को रिपोर्ट लिखवाते समय मालूम नहीं था। लेकिन उन्ही अटैचियों से भारी भरकम नोट व सोने-चांदी एवं हीरे के कीमती आभूषण पुलिस ने बरामद किये और पत्रकार वार्ता के दौरान यह भी बात उभरकर सामने आयी की फरियादिया ने उड़ीसा निवासी अपनी बहन से फोन कर घर में रखे सामानों के बारे में चर्चा की थी। जिसे उसके बहनोई अनिल ने सुनकर जान लिया था और इसके बाद उसी के नेतृत्व में लूट की घटना को उसके साथियों व उसने अंजाम दिया था।
मजे की बात यह है कि लूट के दौरान आरोपियों द्वारा सिर्फ जान से मारने की धमकी दी गयी थी और कोई भी शारीरिक नुकसान फरियादिया को नहीं पहुंचाया गया था और जब लूट को अंजाम दिया जा रहा था तब हेलमेट लगाये मुख्य आरोपी आवास से बाहर सड़क पर खड़ा था। पुलिस अधीक्षक ने पुलिस की इस कामयाबी पर काफी हर्ष व्यक्त करते हुये संबंधित पुलिस कर्मियों को नकद रूप से पुरस्कृत करने की घोषणा भी की है । उक्त कार्यवाही में एसपी सिंह ने बताया कि जयंत की लूट की वारदात में सराहनीय योगदान देने में विन्ध्यनगर थाना प्रभारी निरीक्षक राघवेन्द्र द्विवेदी, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार पाण्डेय, नवानगर थाना प्रभारी निरीक्षक उमेश प्रताप सिंह,जयंत चौकी प्रभारी अभिमन्यु द्विवेदी, उप निरीक्षक जितेन्द्र सिंह भदौरिया, एनपी तिवारी, सहायक उप निरीक्षक केपी सिंह, अमित द्विवेदी, उमेश द्विवेदी, जीवेन्द्र मिश्रा, त्रिवेणी पाल, राजबहोर तिवारी, प्रधान आरक्षक जानकी तिवारी, अमरजीत पाल, आनंद पटेल, पंकज सिंह, जगत द्विवेदी, कमल जागीरदार, शिवम सिंह, अजय सिंह, अभिमन्यु द्विवेदी, सोबल वर्मा एवं दीपक परस्ते की भूमिका सराहनीय रही ।
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