सिंगरौली,राघवेन्द्र सिंह गहरवार। भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले सिंगरौली (singrauli) जिले में कांग्रेस पार्टी ने पंचायत चुनाव में भाजपा को चारों खाने चित कर दिया है।आज जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने जिला अध्यक्ष सहित उपाध्यक्ष के पद पर भी जीत हासिल कर ली है। इससे पहले नगर पालिक निगम के चुनाव में भी भाजपा को महापौर का पद गवाना पड़ा था। वहीं हाल ही सम्पन्न पंचायत चुनाव में कांग्रेस ने सिंगरौली जिले के तीनों जनपद पंचायत बैढ़न,चितरंगी,देवसर में कांग्रेस पार्टी ने भाजपा को करारी शिकस्त देते हुए, जनपद पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस ने तीनों ही जगह अपने अध्यक्ष बनाने में सफल रही।
जिला पंचायत अध्यक्ष बनी सोनम सिंह
सिंगरौली जिले में आज जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष दोनों पर जीत हासिल कर अपना कब्जा जमा लिया है। कांग्रेस पार्टी के जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए सिंगरौली कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व पूर्व सांसद स्वर्गीय तिलकराज सिंह की पुत्री कुवारी सोनम सिंह ने भाजपा के निकटतम प्रतिद्वंद्वी को मात देते हुए 10 वोट प्राप्त किये, वही भाजपा के प्रत्याशी को 04 वोट ही मिले, जिससे कांग्रेस ने भाजपा समर्थित प्रत्याशी को 06 वोट से पराजित कर जिला पंचायत अध्यक्ष का पद अपने नाम कर लिया।
निर्विरोध जिला पंचायत उपाध्यक्ष बनी अर्चना नागेंद्र सिंह
जिला पंचायत उपाध्यक्ष के चुनाव में भी कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी अर्चना नागेंद्र सिंह ने निर्विरोध विजयी हुई है।
जिला कांग्रेस कमेटी आई टी सेल के जिला अध्यक्ष रामनिवास तिवारी ने कहा है कि नगर निगम चुनाव के साथ साथ पंचायत चुनाव में भी भाजपा की करारी हार का कारण महंगाई,बेरोजगारी,भ्रष्टाचार,NH39 ही है।उन्होंने कहा कि अब सीधी सिंगरौली संसदीय क्षेत्र की जनता जागरूक हो चुकी है उसी का परिणाम है कि 09 जनपद पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में 08 जनपद पंचायत अध्यक्ष कांग्रेस के विजयी हुए।उन्होंने आगे कहा कि आगे आने वाले सामने में भ्रष्टाचार,बेरोजगारी,महंगाई और 15 साल से ज्यादा समय से कछुए की चाल से भी धीमा बन रहे सीधी सिंगरौली NH39 मार्ग भी विधानसभा में भाजपा के हार का कारण बनेगा
सिंगरौली भाजपा जिला अध्यक्ष के कार्यकाल में नगर निगम सहित पंचायत चुनाव में भाजपा की करारी हार
भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले सिंगरौली जिले में एक समय ऐसा था, जब पूर्व जिलाध्यक्ष व प्रदेश उपाध्यक्ष कांतदेव सिंह के कार्यकाल में भाजपा ने तीनों विधानसभा सहित लोकसभा में जीत हासिल की थी लेकिन लोकसभा चुनाव में जीत के बाद भी जिला अध्यक्ष का बदलाव हो गया और भाजपा के जिला अध्यक्ष वीरेन्द्र गोयल बने। सूत्रों की मानें तो भाजपा जिलाध्यक्ष के कार्यकाल में भाजपा को नगर पालिक निगम चुनाव में महापौर सहित जिले के तीनों जनपद पंचायत अध्यक्ष व जिला पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का पद गवाना पड़ गया। सूत्रों की मानें तो इनके कार्यकाल में भाजपा की अब तक कि सबसे करारी हार मानी जा रही है।