भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। इस वर्ष, साल के तीसरे महीने में ही ऐसे भीषण गर्मी ( heat) पड़ने लगी है जो सामान्य नहीं है। मौसम विभाग (weather department) के अनुसार इस वर्ष मार्च महीने में जिस तरह की गर्मी पड़ रही है उसने पिछले 12 सालों के रिकॉर्ड (record) को मात दे दी है। गर्मी (summer) की इतनी जल्दी दस्तक ने हमारे सामने कई मुसबतें खड़ी कर दी हैं। आम जन की सेहत भी प्रभावित हो रही है साथ ही खेतों (agriculture) में भी इसका दुष्प्रभाव पड़ेगा। इस मौसम में उगने वाली गेहूं की फसल (wheat crop) खासकर प्रभावित होगी।
लगातार बढ़ती जा रही गर्मी की वजह से गेहूं की फसल समय से पहले ही उग जाएगी जिस कारण से उसकी सिंचाई हेतु खर्च भी अधिक हो जाएगा। मार्च महीने में ही तापमान 34 डिग्री के पार जा रहा है। कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो यही समय है जब गेहूं में दाने बनने की शुरुआत होती है, इसके लिए उचित तापमान 29 डिग्री के आसपास होना चाहिए। लेकिन मौजूदा स्थिति में तापमान 32 डिग्री के पार जा रहा है। जिस वजह से गेहूं के दाने पनप नहीं पाएंगे औए गेहूं समय से पहले ही पक जाएगा।