ग्वालियर, अतुल सक्सेना। हड़ताल पर गए ग्वालियर नगर निगम के सफाई कर्मचारी आरपार की लड़ाई के मूड में हैं। आमरण अनशन पर बैठे सफाई कर्मियों ने मांगे पूरी नहीं होने पर जल भी त्यागने का एलान कर दिया है। उधर नगर निगम के नए प्रभारी आयुक्त आशीष तिवारी भी एक्शन मोड में हैं उन्होंने चार्ज लेते ही कई आदेश निकाले। प्रभारी आयुक्त ने सम्बंधित अधिकारियों को अलग अलग निर्देश दिए हैं जिसमें, कर्मचारियों की स्थानीय स्तर की मांगों के उचित निराकरण, शासन स्तर की मांगों को ऊपर भेजने, शहर की सफाई व्यवस्था सुचारु रखने और बिना सूचना ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले सफाईकर्मी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
ग्वालियर नगर निगम के प्रशासक एवं संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना के आदेश के बाद सोमवार को ही एडीएम आईएएस आशीष तिवारी ने अपर आयुक्त मुकुल गुप्ता से नगर निगम आयुक्त का प्रभार ले लिया। जिम्मेदारी सँभालते ही वे सफाईकर्मियों के फूलबाग धरना स्थल पर पहुंचे, उनके साथ स्मार्ट सिटी कंपनी की सीईओ जयति सिंह, अपर आयुक्त मुकुल गुप्ता सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। अधिकारियों ने सफाईकर्मियों को हड़ताल ख़त्म करने की समझाइश दी लेकिन वे नहीं माने उन्होंने मांगे पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रखने की चेतावनी दी है। गौरतलब है कि 14 अगस्त से कर्मचारियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
सफाईकर्मियों की हड़ताल वापस नहीं होने के बाद प्रभारी नगर निगम आयुक्त आशीष तिवारी ने तीन अलग अलग आदेश निकाले। एक कॉमन आदेश में प्रभारी आयुक्त ने सफाईकर्मियों की हड़ताल के कारणशहर की सफाईव्यवस्था प्रभावित होने की बात लिखी है और इसे सुनिश्चित कराने के आदेश सम्बंधित अधिकारियों को दिए हैं। आदेश में प्रभारी आयुक्त ने सभी सफाईकर्मियों को आज मंगलवार से काम पर वापस लौटने के निर्देश देते हुए कहा कि जो हड़ताल पर गया कर्मी या अवैध तरीके से कार्य से अनुपस्थित कर्मी आपदा प्रबंधन की धाराओं के तहत दोषी माना जाएगा। आदेश में सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और वार्ड हेल्थ ऑफिसरों को निर्देश दिए गए कि वे मंगलवार को हाजिरी लेंगे और जो सफाईकर्मी अनुपस्थित मिलता है उनकी जानकारी अपर आयुक्त को देंगे। फिर अनुपस्थित सफाईकर्मियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून , आपदा प्रबंधन अधिनियम की धाराओं के तहत कार्रवाई करें और FIR कराएं ।
प्रभारी आयुक्त ने अपर आयुक्त स्वास्थ्य संजय मेहता को इस मामले में कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए हैं। एक अन्य आदेश में प्रभारी आयुक्त आशीष तिवारी ने अपर आयुक्त संजय मेहता, उपायुक्त स्वास्थ्य चौहान और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ वैभव श्रीवास्तव को निर्देशित किया है कि सफाईकर्मियों के हड़ताल पर जाने से शहर की सफाई व्यवस्था प्रभावित हो रही है, बिना सूचना अनुपस्थित रहने वाले आउट सोर्स सफाई कर्मचारियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई करें साथ ही आउट सोर्स कंपनी को नोटिस देकर ऐसे कर्मचारियों को रिप्लेस करवाने की कार्रवाई करें। आदेश के अंत में लिखा है कि ये कार्य दो दिन में हो जाना चाहिए।
मंगलवार को जारी एक अन्य आदेश में प्रभारी आयुक्त आशीष तिवारी ने अपर आयुक्त सामान्य प्रशासन विभाग को आदेश दिया है कि सफाईकर्मियों की हड़ताल से व्यवस्था प्रभावित हो रही है। कर्मचारियों द्वारा जो ज्ञापन प्रस्तुत किया गया है उसमें उनकी मांगों का उल्लेख है। सम्बंधित मांगों का परीक्षण कर उचित एवं त्वरित निराकरण के लिए कार्यवाही सुनिश्चित करें। साथ ही यदि किसी मांग का शासन स्तर से निराकरण होना है तो उसे तत्काल प्रभाव से शासन को भेजना सुनिश्चित करें। ये कार्य आज मंगलवार को ही प्राथमिकता के आधार पर करें।
बहरहाल नगर निगम के नए प्रभारी आयुक्त सफाई व्यवस्था और सफाईकर्मियों की हड़ताल को लेकर एक्शन मोड में आ गए हैं उधर आमरण अनशन पर बैठे सफाई कर्मचारी आरपार की लड़ाई के मूड में हैं। आमरण अनशन पर बैठे संगठन के उपाध्यक्ष ने चेतावनी दी कि प्रशासन ने यदि किसी तरह की सख्ती की तो वे अन्न के साथ जल भी त्याग देंगे। अब देखना ये है कि सफाईकर्मियों की हड़ताल का पटाक्षेप कैसे होता है।
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....