15 thousand quintals wheat seized: शासन के नियमानुसार क्षमता से अधिक गेहूं रखने के मामले में जिला प्रशासन द्वारा बुधवार को टीकमगढ़ कृषि उपज मंडी पर दबिश देकर अमित ट्रेडर्स के यहाँ 61 ट्रकों में रखा 15 हजार क्विंटल गेहूं जब्त करने की कार्यवाही की गई थी जिसकी कीमत करीब 5 करोड़ रुपये के आसपास बताई गई है लेकिन आश्चर्य की बात ये कि एक दिन बाद भी इस गेहूं को क्लेम करने के लिए कोई व्यापारी अब तक सामने नहीं आया है।
दरअसल बुधवार की सुबह जिला खाद्य विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि कृषि उपज मंडी में एक गल्ला व्यापारी द्वारा बड़े पैमाने पर शासन की नियमों को ताक पर रखकर क्षमता से अधिक गल्ले का भंडारण किया गया है। इसके बाद तत्काल प्रशासन का अमला मौके लिए रवाना हुआ तो मौके पर सूचना सही निकली। अधिकारियों ने इसकी जानकारी जिले के आला अफसरों तक पहुंचाई।

सूचना मिलने के बाद कलेक्टर के निर्देश पर टीकमगढ़ एसडीएम लोकेन्द्र सिंह सरल एवं तहसीलदार कुलदीप सिंह ठाकुर वहां पहुंचे और गेहूं जब्ती की कार्यवाही शुरू कराई। प्रशासन के एक्शन पर वहां विवाद की स्थिति बनना शुरू हो गई। यह देख तत्काल पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा जिसके बाद माहौल शांत हुआ।
व्यापारियों के कार्यवाही का विरोध किया
व्यापारियों द्वारा इस कार्यवाही का विरोध किया गया है। व्यापारियों का कहना है कि यह गलत तरीके से कार्यवाही की जा रही है। अगर ऐसा होगा तो हम व्यापारी कैसे काम करेंगे व्यापारियों ने विरोध में एक दिन मंडी बंद रखी और कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय से मुलाकात भी की। कलेक्टर ने व्यापारियों की बात सुनी और उनकी समस्या लिखित रूप से मांगी।
5 करोड़ का गेहूं जब्त
इस मामले में एसडीएम लोकेन्द्र सिंह सरल ने कहा है कि यह कार्यवाही खाद्य विभाग की है। यहां से प्रशासन अमले को 15 हजार क्विंटल गेहूं 61 ट्रकों में रखा हुआ मिला है। इसकी कीमत लगभग 5 करोड़ रुपए है। जिसको जब्त कर पंचनामा तैयार कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।
ये कहना है जिला कलेक्टर का
उधर कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय ने एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ से चर्चा के दौरान बताया है कि जो गेहूं जब्त हुआ है उसको क्लेम करने कोई व्यपारी अब तक नहीं आया है, प्रशासन को तो इंतजार है कि इसकी कोई जिम्मेदारी ले, यदि कोई क्लेम नहीं करता तो गेहूं अवैध माना जायेगा फिर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
टीकमगढ़ सेआमिर खान की रिपोर्ट