Regional Industry Conclave: उज्जैन में 1 मार्च से दो दिवसीय रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव शुरू होने वाला है। जिसमे प्रदेश के भोपाल, उज्जैन, इंदौर सहित 20 जिलों में कई प्रोजेक्ट शुरू किए जाने है। वहीं इसको लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस दो दिवसीय रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 57 प्रोजेक्ट्स का भूमिपूजन और लोकार्पण करने वाले है।जानकारी के मुताबिक इन प्रोजेक्ट्स में एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया जा सकता है। जिससे तकरीबन 17 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलने संभावना जताई जा रही है।
सरकार का फोकस इंडिविजुअल इन्वेस्टर पर:
दरअसल इस दो दिवसीय रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में तकरीबन 35 कंपनियों द्वारा 74,711 करोड़ रुपए के निवेश पर सहमति बनी है। वहीं जानकारी की मुताबिक कॉन्क्लेव तक यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। वहीं दो दिवसीय कॉन्क्लेव में 800 से ज्यादा इन्वेस्टर्स भी शामिल होने जा रहे है। कॉन्क्लेव में 30 फॉरेन डेलिगेट्स की सहभागिता की जाएगी। दरअसल इस कॉन्क्लेव में सरकार का फोकस बड़े उद्योपतियों को बुलाने और बड़े एमओयू साइन करने की बजाय ज्यादा से ज्यादा प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने पर है। जिसके लिए सरकार ऐसी कंपनियों और इंडिविजुअल इन्वेस्टर को प्राथमिकता देना चाहती है, जो अपना निवेश तुरंत कर सके।
मुख्य़मंत्री करेंगे निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा:
जानकारी के अनुसार इस कॉन्क्लेव के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा करने वाले है। जिसमे प्रदेश की औद्योगिक नीति के बारे में विस्तार से चर्चा की जाएगी। दरअसल इस बार पांच सेक्टोरियल सेशन उद्योगपतियों को जानकारी देने के लिए बनाए गए है। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री द्वारा इसमें उद्योगपतियों को प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य और नीतियों के बारे में समझाया जाएगा।
उज्जैन में इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा 1 मार्च को कालिदास अकादमी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव, विक्रमोत्सव और विक्रम व्यापार मेले का उद्घाटन किया जाएगा। इससे पहले गुरुवार को उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने इस कार्यक्रमों की तैयारियों का जायजा किया था। जिसके बाद उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में इस कॉन्क्लेव के दौरान 110 उद्योगों को जमीन आवंटित की जाएगी।