मुरैना, संजय दीक्षित। मुरैना (Morena) जिले के जौरा थाने में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। जहां जौरा थाने में पुलिस ने दो निर्दोष ई रिक्शा (e-Rickshaw) चालकों को चोर बना कर जेल भेज दिया। वहीं दोनों ई-रिक्शा चालकों ने जेल से छूटने के बाद असली चोर को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। ये देख पुलिस को अपनी गलती का एहसास हुआ। दरअसल जौरा कस्बे के बाजार से 13 दिन पहले सरिया चोरी हो गया था, जिसमें पुलिस ने चोरी के मामले में दो ई रिक्शा चालकों को पकड़कर जेल भेज दिया था। दोनों ही रिक्शा चालक जब जेल से छूटे तो उन्होंने असली चोर को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
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मामले में पुलिस ने ई-रिक्शा चालकों से चोरी का सरिया भी जप्त होना बताया है। वहीं पकड़े गए असली चोर ने कहा कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर चोरी के सरियों को उसी दिन बेच दिया था। जानकारी के अनुसार जोरा कस्बे के मेन बाजार में मोहित पुत्र पवन कुमार सिंघल के प्लॉट का निर्माण कार्य चल रहा था। इस निर्माण स्थल से 7 अगस्त को लगभग 15 हजार पांच सौ रूपये की कीमत का 276 किलो सरिया चोरी हो गया था। चोरी की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जौरा पुलिस ने 10 अगस्त को ई रिक्शा चालक भोलाराम और उसके साथी पवन को पकड़ लिया। मामले में दोनों ई रिक्शा चालकों ने पुलिस को कई बार बताया कि तीन युवक 70 रुपए भाड़ा करके उनका ई रिक्शा ले गए थे। जो मेन बाजार से सरिया उठाकर साकरे फाटक पर ले गए थे।
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पुलिस ने ई-रिक्शा चालकों की एक न सुनी और दोनों को सरिया जप्त करने के मामले में चोरी की एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया। वहीं जेल से छूटकर आए भोलाराम प्रजापति ने ई-रिक्शा लेकर बाजार में चोरों की तलाश की, जिसमें से सोनू नामक एक चोर मिल पकड़ा गया जिसे पुलिस ने जेल भेज दिया। सोनू शाक्य ने पकड़े जाने के बाद कबूल किया कि उसने भोलाराम का ई रिक्शा भाड़े पर लिया और अपने भाई मोनू और एक अन्य साथी के साथ मिलकर सरिया को चुराया और सांकरे फाटक से सरिया को उठाकर सहसराम के पप्पू को बेच दिया।
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इस घटना के बाद ई-रिक्शा चालक भोलाराम प्रजापति ने जोरा पुलिस की कार्यप्रणाली की शिकायत एसडीओपी के अलावा गृह मंत्री, आईजी व एसपी को भी आवेदन देकर की है। असली चोर को देखकर थाना प्रभारी हैरान रह गए और उनकी चालबाजी की पोल खुल गई। इस केस में थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई होना तय है क्योंकि उनके द्वारा जहां निर्दोष रिक्शा चालकों को फंसाया गया वहीं बाजार से सरिया खरीद कर जप्ती दिखाई गई है। वहीं भोलाराम प्रजापति ई रिक्शा चालक ने कहा कि हमें टीआई ने पैसे लेकर झूठे केस में फसाया है। उन्होंने टीआई के खिलाफ अधिकारियों को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की। वहीं इस पूरे मामले में एसडीओपी मानवेंद्र सिंह ने कहा कि जोरा थाना पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर रिक्शा चालकों को पकड़ा है। फुटेज में चार-पांच लोग ई रिक्शा में सरिया ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। पकड़े गए ई रिक्शा चालकों से पुलिस ने सरिया भी बरामद किया था। इस पूरे मामले में विवेचना चल रही है जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।