Ujjain News: उज्जैन-मक्सी रोड पर टोल वसूलने के लिए एक बार फिर एमपीआरडीसी (MPRDC) को टेंडर निकालना पड़ा है, जो जल्द ही खोला जाएगा। यह जिले का पहला ऐसा रोड है जहां सिर्फ कमर्शियल और भारी वाहनों से ही टोल टैक्स वसूला जाता है। फिलहाल स्थिति यह है की आउटसोर्स के कर्मचारियों के जरिए यहां पर टोल वसूली करवाई जा रही है।
उज्जैन जिले की बात करें तो यहां पर उज्जैन इंदौर फोर लेन और उज्जैन जावरा टू लेन पर टोल टैक्स नाके बनाए गए हैं। इसके अलावा एमपीआरडीसी ने दो लेन के कम चौड़े मार्ग यानी कायथा टोल पर भी टैक्स लेना शुरू करवाया था। हालांकि, 36 किलोमीटर के इस रोड से सिर्फ कमर्शियल और भारी वाहनों से ही टैक्स वसूला जा रहा था। बसों और यात्री वाहनों पर यह नियम लागू नहीं किया गया था। इसके लिए इंदौर की एक कंपनी से एग्रीमेंट हुआ था।
एमपीआरडीसी द्वारा किए गए एग्रीमेंट के मुताबिक कंपनी को हर साल शासन को तीन करोड़ 25 लाख रुपए का भुगतान करना था। इस हिसाब से कंपनी को हर दिन 89 हजार चुकाने थे। लेकिन कमर्शियल वाहनों की वजह से हुई कमाई 60 से 65000 ही हो रही थी जिसकी वजह से कंपनी ने अपना ठेका समाप्त कर लिया। हालत यह है कि यहां पर आउटसोर्स के माध्यम से टोल टैक्स वसूला जा रहा है। एमपीआरडीसी ने टेंडर निकाल दिए हैं जिन्हें जल्द ही खोलने की बात कही गई है।