Mahakal Mandir: उज्जैन (Ujjain) के महाकालेश्वर मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। त्योहार का समय हो या फिर आम दिन यहां पर भक्तों की संख्या कभी भी कम नहीं होती है। प्रोटोकॉल के तहत यहां पर अति विशिष्ट वीआईपीको शासन द्वारा दी गई सुविधाओं के मुताबिक दर्शन करवाए जाते हैं। इन वीआईपी को छोड़कर अब जो दर्शनार्थी प्रोटोकॉल के माध्यम से दर्शन करना चाहते हैं उनके लिए ढाई सौ रुपए टिकट की व्यवस्था लागू कर दी गई है। आज से ही इस व्यवस्था की शुरुआत हुई है और पहले दिन लगभग डेढ़ सौ टिकटों की बिक्री हुई है।
Mahakal Mandir प्रोटोकॉल व्यवस्था
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की ओर से पिछले दिनों एक बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि शासन के प्रोटोकॉल के मुताबिक जो वीआईपी दर्शन करने के लिए आते हैं उन्हें मुफ्त में दर्शन करवाए जाएंगे। वहीं जो दर्शनार्थी प्रोटोकॉल सुविधा का लाभ लेकर दर्शन करना चाहते हैं वह ढाई सौ रुपए का टिकट ले सकते हैं। फरवरी से यह व्यवस्था मंदिर में शुरू कर दी गई है और सुबह से लेकर दोपहर तक प्रोटोकॉल के करीब 35 पॉइंट आए थे। जब लोग कार्यालय पहुंचे तो उन्हें पता चला कि ढाई सौ रुपए का टिकट लेना होगा। कुछ लोगों ने तो दर्शन किए लेकिन कुछ लोग बिना दर्शन किए ही रवाना हो गए। हालांकि, शाम तक लगभग डेढ़ सौ लोगों ने टिकट लेकर दर्शन किए हैं। समिति की ओर से यह व्यवस्था इसलिए शुरू की गई है क्योंकि रोजाना सैकड़ों की संख्या में ऐसे दर्शनार्थी जो प्रोटोकॉल के दायरे में नहीं आते हैं वह भी इस व्यवस्था का फायदा उठा रहे थे।
व्यवस्था से खुश दिखे दर्शनार्थी
महाकालेश्वर मंदिर समिति के सहायक प्रशासक के मुताबिक आज व्यवस्था का पहला ही दिन है लेकिन अच्छा रिस्पांस देखने को मिल रहा है। दर्शन व्यवस्था अच्छी होने के चलते भक्त भी खुश नजर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि राज्य स्तर और गजट नोटिफिकेशन में दर्ज अतिथियों को छोड़कर अब सभी से 250 रुपए का टिकट लिया जाएगा। जिन यात्रियों को दर्शन करना है वह टिकट खरीदकर दर्शन करते नजर आ रहे हैं।