उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) के आसपास हाथ ठेला और फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले बहुत से लोग हैं, जिनका सामान अक्सर ही नगर निगम या फिर पुलिस के द्वारा जब्त कर लिया जाता है। सालों से यह लोग यहां अपनी दुकानें लगा रहे हैं लेकिन इनके साथ हर बार एक ही सलूक किया जाता है। इससे परेशान होकर अब इन व्यापारियों ने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से सहायता की गुहार लगाई है।
आए दिन फुटपाथ पर दुकान लगाकर अपनी आजीविका चलाने वाले लोगों को नगर निगम और प्रशासन द्वारा खदेड़ दिया जाता है और इनका सामान भी जब्त कर लिया जाता है। इस तरह से सामान जब्त हो जाने और जगह से हटा देने की वजह से इन्हें कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। सभी ने मिलकर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को एक पत्र लिखा है और यह अनुरोध किया है कि महाकाल थाना क्षेत्र की पुलिस को आदेश दिया जाए कि फुटपाथ पर व्यवसाय करने वाले लोगों को इस तरह से ना खदेड़ा जाए और उनका जब्त किया गया सामान भी वापस किया जाए।
बता दें कि महाकाल मंदिर के बाहर गणेश मंदिर के आसपास लोग बड़ी संख्या में फुटकर व्यवसाय करते हैं। कुछ दुकानदार यहां पर विगत 40 वर्षों से धंधा करते हुए आ रहे हैं, लेकिन आए दिन प्रशासन की टीम उन्हें खदेड़ देती है। इस वजह से व्यवसायियों के सामने आर्थिक नुकसान उठाने के अलावा परिवार की आजीविका चलाने की समस्या भी खड़ी हो जाती है।
बीते दिन भी प्रशासन द्वारा कार्रवाई करते हुए कई दुकानदारों का सामान जब्त कर लिया गया। इससे पहले भी कई बार इस तरह की कार्रवाई की जा चुकी है और व्यापारियों का जब्त किया सामान भी इधर-उधर कर दिया गया है। जिम्मेदारों से पूछने पर सामान कहां गया इस बारे में जानकारी नहीं होने की बात कह दी जाती है। इसी से परेशान होकर व्यवसायियों ने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से न्याय की गुहार लगाई है।