Mauni Shanishchari Amavasya Ujjain: बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में हर त्योहार बड़े ही धूमधाम और रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है। शनिश्चरी अमावस्या पर भी उज्जैन के त्रिवेणी संगम में स्नान का विशेष महत्व है। इस बार यह दिन मौनी संयोग में होने से विशेष अवसर बन रहा है। मौनी शनिचरी अमावस्या होने के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पर पर्व स्नान के लिए पहुंचेंगे जिसके लिए जिला प्रशासन ने बेहतरीन इंतजाम किए हैं।
श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शिप्रा के त्रिवेणी पुल पर ग्रीन नेट लगा दी गई है। जिस वजह से श्रद्धालुओं को शिप्रा का नजारा तो नहीं दिखेगा लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से यह व्यवस्था बेहतर है। पर्व स्नान के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचेंगे जिसे देखते हुए घाट पर फव्वारे लगा दिए गए हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिश्चरी अमावस्या पर शिप्रा के त्रिवेणी संगम पर स्नान करने का बहुत महत्व है। मौनी संयोग के चलते ये महत्व और ज्यादा बढ़ गया है। यही वजह है कि श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा पड़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।
ऐसी है व्यवस्थाएं
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक पर्व स्नान के लिए लगभग 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालु उज्जैन पहुंच सकते हैं। इसी को देखते हुए त्रिवेणी संगम पर तमाम व्यवस्थाएं जुटा ली गई है। त्रिवेणी संगम पर स्नान करने के साथ ही भक्त यहां पर बने प्राचीन नवग्रह शनि मंदिर में दर्शन करने के लिए भी पहुंचते हैं। स्नान और दर्शन करने के बाद दान पुण्य किए जाने का भी विशेष महत्व है।
श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए त्रिवेणी घाट पर जाने के लिए महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग बैरिकेडिंग की गई है और अलग-अलग घाट पर स्नान की व्यवस्था है। महिला और पुरुषों के लिए दोनों ही घाटों पर फव्वारे लगा दिए गए हैं। इसी के साथ पेयजल और बिजली की व्यवस्था भी पूरी कर ली गई है और रात के समय में सर्दी से बचने के लिए अलाव का इंतजाम भी प्रशासन ने कर दिया है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु पर्व स्नान कर घाट पर दान पुण्य करते दिखाई देंगे।