Umaria News : मध्य प्रदेश के उमरिया जिले से बड़ी खबर सामने आई है, जब 28 आदिवासी युवक बेरोजगारी से जूझते हुए रोजगार की तलाश में राजस्थान के जैसलमेर जिले के ग्राम रामगढ़ पहुंचे थे। इन युवकों ने वहां केईसी पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया इंटरनेशनल लिमिटेड में ठेकेदार के तहत लगभग ढाई महीने तक मेहनत की, लेकिन काम खत्म होने के बाद ठेकेदार ने उन्हें मजदूरी के नाम पर ₹60,000 का एक चेक थमा दिया और उन्हें काम से अलग कर दिया।
दरअसल, मामला करकेली ब्लॉक के ग्राम हड़हा का है। ये युवक उमरिया लौटकर बैंक में चेक भुनाने गए, तो पता चला कि ठेकेदार के खाते में पैसे ही नहीं हैं।
कलेक्टर कार्यालय में लगाई गुहार
इसकी जानकारी लगते ही सभी को बड़ा झटका लगा। जिसके बाद सभी सीधे कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने अपना पैसा वापस दिलाने के लिए जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। पीड़ित युवक अमन कुमार बैगा ने बताया कि ठेकेदार ने उनके साथ अन्याय किया है। हमने ढाई महीने तक मेहनत की और हमें ₹60,000 का चेक दिया गया। जब बैंक गए तो पता चला कि खाते में पैसे नहीं थे। इसलिए उन्होंने मेहनत का पैसा वापस दिलाने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है।
अपर कलेक्टर ने दिया आश्वासन
वहीं, अपर कलेक्टर शिव गोविंद सिंह मरकाम ने मामले को गंभीरता से लिया है। साथ ही प्रशासन पीड़ित युवकों की मदद के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन्होंने ठेकेदार और संबंधित कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
उमरिया, ब्रजेश श्रीवास्तव