उमरिया जिले के पाली थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मंगठार के बरा मोहल्ला में 6 जून की सुबह हुई अंधी हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पाली ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हत्या की जड़ें करीब 13 साल पुरानी रंजिश से जुड़ी हुई हैं।
बुरी हालत में मिला था शव
प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 6 जून की सुबह करीब 9 बजे बरा मोहल्ला क्षेत्र में एक व्यक्ति की लाश मिलने की सूचना पुलिस को प्राप्त हुई थी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव की पहचान मनोज पिल्ले (उम्र 45 वर्ष), निवासी बरा मोहल्ला मंगठार के रूप में की। मृतक का सिर बुरी तरह पत्थर से कुचला हुआ था और पास में खून से सना एक बड़ा पत्थर बरामद हुआ।
13 साल पुरानी रंजिश बनी हत्या की वजह
जांच के दौरान यह सामने आया कि मृतक मनोज पिल्ले ने वर्ष 2012 में आरोपी शिवेंद्र चतुर्वेदी की माँ की घर मे आग लगाकर जिंदा जलाकर हत्या की थी, इसी रंजिश के चलते शिवेंद्र चतुर्वेदी (उम्र 29 वर्ष) ने अपने मित्र प्रवीण नामदेव (उम्र 29 वर्ष) के साथ मिलकर 5 जून को रात्रि करीब 9 बजे मृतक के साथ बैठकर सराब पी इसी दौरान बात विवाद हुआ और दोनों आरोपी ने म्रतक को सिर में भारी पत्थर से कुचल कर हत्या कर दी।
24 घंटे में अंदर खुला अंधी हत्या का राज
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी कि पाली पुलिस ने 24 घंटे के भीतर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हत्या में प्रयुक्त पत्थर को भी जब्त कर लिया गया है। आरोपियों के खिलाफ भा.दं.सं. की धारा 294/25 और 103(1) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।





