काश नहीं होती सड़क ठीक में देरी तो बच सकती थी प्रसूता की जान, मामला उमरिया का

वापस लौटते समय परिजनों को 3 किलोमीटर शव को उठा कर ले जाना पड़ा, क्योंकि सड़कों पर से गिरा मालवा अबतक नहीं हटवाया गया था। हालत इतनी खराब थी कि परिजन शव को कपड़े में बांधकर लकड़ी के सहारे उठाने पर मजबूर हो गए।

Umaria News : मध्य प्रदेश के उमरिया जिले से बड़ी खबर सामने आई है, जहां पहाड़ी इलाकों में लैंड स्लाइडिंग के कारण सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा है। इससे वहां पर सड़कों की स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो गई है। लोगों के आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिस कारण बड़ी तुम्मी गांव में भी सड़कों की हालत खराब हो गई। इस कारण प्रसूता की मौत हो गई। जानें विस्तार से पूरा मामला…

अस्पताल पहुंचने से पहले मौत

दरअसल, मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से प्रसूता की हालत बिगड़ने पर उसे तुरंत जिला चिकित्सालय उमरिया भेजा गया, लेकिन सड़कों की खराब हालत के कारण वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। जिससे पूरे परिवार में दुख का माहौल हैं। केवल इतना ही नहीं, वापस लौटते समय परिजनों को 3 किलोमीटर शव को उठा कर ले जाना पड़ा, क्योंकि सड़कों पर से गिरा मालवा अबतक नहीं हटवाया गया था। हालत इतनी खराब थी कि परिजन शव को कपड़े में बांधकर लकड़ी के सहारे उठाने पर मजबूर हो गए।

ग्रामीणों में आक्रोश

इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल भी है। सड़क की खराब हालत के कारण उन्हों काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि यदि प्रशासन द्वारा सड़क की ओर समय रहते ध्यान दिया जाता और सड़क को बना दिया जाता, तो आज प्रसूता की जान बच जाती।

उमरिया, ब्रजेश श्रीवास्तव


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News