एक और जहां पूरे देश भर में रक्षाबंधन का त्यौहार बड़े ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है, तो वहीं उमरिया के जिला जेल में भी एक अलग ही रौनक देखने को मिली। बता दें कि यहां कैदी भाइयों की बहने जेल पहुंची और अपने भाइयों से मिलकर उन्हें राखी भी बांध। इस दौरान सभी की आंखें नम हो गई। भाई बहनों ने एक दूसरे को गले लगाया और फूट-फूट कर रोते हुए भी नजर आए।
सावन महीना के पूर्णिमा को रक्षाबंधन का पावन पर्व मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई के हाथ पर रक्षा धागा बांधती हैं।
बहनों में उत्साह
राखी का यह त्यौहार प्रेम, आदर, सत्कार, सम्मान और एक दूसरे के प्रति रक्षा की भावना को पैदा करता है। हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला यह त्यौहार का सालों भर इंतजार किया जाता है। आज भी कुछ बहन अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए हाथों से ही इसे तैयार करती हैं। इसके अलावा, राखी की थाल भी विभिन्न तरीके से सजाती हैं। हाथों में मेहंदी लगाई, नए कपड़े पहन कर सज धज कर अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा धागा बांधकर उनसे ट्रॉफी लेती हैं। वहीं, भाई भी खुशी-खुशी अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है। साथ ही चॉकलेट, गिफ्ट्स और मिठाइयां भेंट के रूप में देते हैं।
बहनों ने की ये कामना
जिसका उदाहरण उमरिया जिले के जिला जेल में भी देखने को मिला, जहां बंद कैदी वह बेचारा दिन बंदी भाइयों को बहनों ने नम आंखों के साथ राखी बांधी। केवल इतना ही नहीं, उन्होंने अपने भाइयों के जेल से छूटने की कामना भी की। इस दौरान जेल परिसर में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बाल भी तैनात किए गए थे, ताकि किसी भी तरह की घटना वहां ना घटित हो। आज का दिन बहुत ही खास है, इसलिए भाइयों को बहनों से मिलने के लिए खुली छूट दी गई है। इस कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा को देखते हुए चाप चौबंद व्यवस्था की गई है। जेल परिसर में मौजूद सभी के चेहरे पर खुशी देखने को मिली। कई बहनों ने तो वहां मौजूद पुलिस कर्मियों को भी रक्षा धागा बांधा।
जेल अधीक्षक ने दी ये जानकारी
जेल अधीक्षक माखन मार्को ने बताया कि बहनों द्वारा भाइयों को राखी बांधने के बाद उनसे दोबारा गलती न करने का संकल्प ले रही हैं। पूरे जेल परिसर में चहल पहल नजर आ रहा है। वहीं, इस कार्यक्रम के लिए इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन भी मिला है।
उमरिया, बृजेश श्रीवास्तव





