विदिशा, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के विदिशा जिले से बड़ी खबर सामने आई है। यहां वन विभाग की गोली से एक आदिवासी युवक चैल सिंह भील की मौत हो गई है। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। इधर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जांच के आदेश दिए है।दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार, विदिशा के लटेरी में वन विभाग की टीम जंगल में गश्त कर रही थी, तभी वरवटपुरा के पास एक बाइक सवार लकड़ी चुराकर ले जा रहे थे, इस दौरान वन विभाग की टीम ने जब उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वह नहीं रूके तो वन विभाग के गश्ती दल ने फायरिंग कर दी, जिसमें एक आदिवासी युवक की मौत हो गई। वही घटना में तीन अन्य लोग घायल हो गए, जिन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
इस घटना पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि विदिशा जिले के लटेरी के जंगलों में वन विभाग की गोलीबारी में एक आदिवासी युवक की मृत्यु और तीन आदिवासी युवकों के घायल होने की गंभीर घटना सामने आई है। देश जब आजादी की हीरक जयंती मना रहा है तब भी शिवराज सरकार आदिवासियों के दमन और उत्पीड़न के अपने अभियान से पीछे नहीं हट रही है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि आदिवासियों पर सरकारी संरक्षण में अत्याचार करने के बाद सरकार जांच और मुआवजे का पाखंड कर रही है। सरकार मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे।आदिवासियों के नाम पर झूठे तमाशे करने वाली शिवराज सरकार क्या यह बताएगी कि आखिर क्या वजह है कि चाहे नेमावर हो मंदसौर हो या विदिशा हो, हर बार आदिवासियों पर अत्याचार क्यों हो रहा है? मुख्यमंत्री को तुरंत इस घटना के लिए आदिवासी समुदाय से माफी मांगनी चाहिए।
विदिशा जिले के लटेरी के जंगलों में वन विभाग की गोलीबारी में एक आदिवासी युवक की मृत्यु और तीन आदिवासी युवकों के घायल होने की गंभीर घटना सामने आई है। देश जब आजादी की हीरक जयंती मना रहा है तब भी शिवराज सरकार आदिवासियों के दमन और उत्पीड़न के अपने अभियान से पीछे नहीं हट रही है।
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)