Bhopal Desk–पार्टी से बगावत कर निर्दलीय BY Election लड़ने की तमाम अफवाहों को विराम देते हुए आखिरकार पूर्व मंत्री (Former Minister) जयंत मलैया (Jayant Malaya) के पुत्र सिद्धार्थ मलैया (Siddarth Malaya) ने इन अटकलों को खतम कर दिया। दमोह (Damoh) में आयोजित एक प्रेस वार्ता में उन्होंने गुरूवार को ऐलान किया कि वे उपचुनाव नहीं लड़ेंगे और बीजेपी (BJP) के प्रत्याशी के पक्ष में पूरी तरह से प्रचार करेंगे।
दमोह में आखिरकार एक बार फिर यह बात साबित हो गई कि बीजेपी का संगठनात्मक कुशलता का कोई सानी नही।पार्टी आखिरकार सारे डैमेज कंट्रोल कर लेती है। पार्टी अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा (Vishu Dutt Sharma) ने सुबह एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ से विशेष चर्चा के दौरान इस बात के संकेत दिए थे कि दमोह BY Election में किसी भी तरह का सैबोटेज नहीं होगा और पार्टी पूरी एकजुटता के साथ राहुल लोधी को चुनाव लड़ाने मैदान में उतरेगी और आखिरकार वही हुआ। लंबे समय से सोशल मीडिया पर वार चला रहे सिद्धार्थ मलैया के समर्थकों को आखिरकार उस समय निराशा लगी जब सिद्धार्थ ने खुद ही ऐलान कर दिया कि वह BY Election नहीं लड़ रहे हैं और पूरी तरह से वे पार्टी प्रत्याशी राहुल लोधी के पक्ष में प्रचार करेंगे।
दरअसल इस बात की पूरी संभावना पहले से ही थी कि जयंत मलैया और सुधा मलैया के पुत्र सिद्धार्थ किसी भी हाल में पार्टी लाइन को दरकिनार नहीं करेंगे। जयंत मलैया का अपना अच्छा खासा प्रभाव पार्टी में रहा है और उनकी विनम्रता,सौम्यता और सहजता व पार्टी के प्रति सेवा के सभी कायल हैं। वही सुधा मलैया भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक छाप रखती है। ऐसे में डैमेज कंट्रोल में प्रमुख भूमिका निभाई खुद मुख्यमंत्री (Chief Minister)शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) और प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने। उन्होंने न केवल जयंत मलैया को यह विश्वास दिलाया कि उनकी राजनीतिक विरासत को संरक्षित रखने की जिम्मेदारी पार्टी की है और पार्टी भविष्य में ऐसा जरूर करेगी। लेकिन यह एक परिस्थिति जन्य चुनाव है और ऐसे में क्योंकि राहुल लोधी को आश्वासन दिया जा चुका है इसीलिए पार्टी को उन्हें BY Election में टिकट देना जरूरी है। सिद्धार्थ को भी भविष्य में एडजस्ट करने की बात कही गई और यही वजह रही कि अंततः सिद्धार्थ एक विनम्र पार्टी कार्यकर्ता की तरह पार्टी के आदेश को सिर माथे लेते हुए अपना फैसला सुना दिया।
अब उपचुनाव BY Election मे सबकी निगाहें मलैया परिवार पर होंगी। हालांकि खुद विष्णु दत्त शर्मा कह चुके हैं कि मलैया परिवार के नेतृत्व में ही दमोह का BY Election लड़ा जाएगा और यह सच भी है कि जयंत मलैया ने जो कुछ राजनीतिक पूंजी वहां कमाई है उसका भरपूर उपयोग कर बीजेपी इस BY Election को हर हाल में अच्छे खासे बहुमत से जीतना चाहेगी।
मलैया परिवार के इस चुनाव में आने के बाद अब BY Election मुकाबला बीजेपी के पक्ष में जाता दिख रहा ।है यह बात तो सार्वजनिक सत्य है कि BY Election में सत्ताधारी पार्टी को लाभ होता ही है। बीजेपी ने इस BY Election की कमान पार्टी के सबसे सीनियर मंत्री और वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव को दी है। उनके बेटे अभिषेक भी इस BY Election में पूरी दमखम से प्रचार कर रहे हैं। उसके साथ भूपेंद्र सिंह भी इस BY Election में पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे क्योंकि राहुल मोदी को बीजेपी में लाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। कांग्रेस की ओर से अजय को इस BY Election में प्रत्याशी बनाया गया है और गुरुवार को ही कमलनाथ ने दमोह में चुनावी सभा करके उनके पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की है। BY Election के ठीक पहले दमोह को मेडिकल कॉलेज की सौगात देकर शिवराज एक मास्टर स्ट्रोक को खेल चुके हैं। अब ऐसे में BY Election रोचक होगा।