सीएम शिवराज समेत भाजपा नेताओं की शिकायत लेकर चुनाव आयोग पहुंची कांग्रेस, प्रचार पर रोक की मांग

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (madhya pradesh) के विधानसभा उपचुनाव (Assembly by-election) में पूर्व सीएम कमलनाथ (kamalnath) पर चुनाव आयोग (Election commission) की कार्यवाई के बाद राजनीतिक घमासान ओर तेज हो गया है। कांग्रेस (congress) चुनाव आयोग के इस फैसले को असंवैधानिक बताते हुए इसका विरोध कर रही है और सुप्रीम कोर्ट (suprim court) जाने की तैयारी में है। वहीं अब प्रदेश कांग्रेस ने सीएम शिवराज (cm shivraj) समेत भाजपा नेताओं की जनसभाओं के दौरान कमलनाथ को लेकर दिए गए बयानों की शिकायत लेकर चुनाव आयोग पहुंची है और भाजपा (bjp) नेताओं पर तत्काल उपचुनावों के प्रचार से प्रतिबंधित करने की मांग की है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता और चुनाव आयोग कार्यप्रभारी जे.पी. धनोपिया (j.p. dhanopiya) ने शनिवार को प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और भारत निर्वाचन आयोग को भाजपा नेताओं की शिकायत सौंपी है। अपनी शिकायत में उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान समेत गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (narottam mishra), मंत्री इमरती देवी (imarti devi), कमल पटेल (kamal patel), बिसाहूलाल सिंह (bisahulal singh), गिर्राज दण्डोतिया, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, वी.डी.शर्मा (v.d. sharma), भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (kailash vijayvargiya) एवं सांसद शंकर लालवानी चुनावी प्रचार प्रसार के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री के लिए लगातार अशोभनीय और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करते हुए उन्हें अपमानित कर रहे हैं। धनोपिया ने कहा कि ऐसे कई वक्तव्य हैं जिनसे साफ है कि भाजापा नेताओं द्वारा सरेआम खुलकर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के प्रति लगातार अनर्गल, अससंदीय भाषा का उपयोग कर उन्हें सार्वजनिक रूप से बेइज्जत करने का कार्य आज भी बदस्तूर जारी है। अपनी शिकायत के साथ कांग्रेस ने भाजपा नेताओं के बयानों की सूची भी चुनाव आयोग को सौंपी है।

भाजपा नेताओं पर कार्यवाई की मांग
कांग्रेस ने अपनी शिकायत में खेद व्यक्त करते हुए कहा है कि भाजपा नेताओं के इन बयानों को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश द्वारा स्वत: संज्ञान लेकर कार्यवाही की जानी चाहिए थी, किंतु आज तक कोई कार्यवाही नहीं गई, जिससे भाजपा नेताओं के बिगड़े बोल लगातार जारी है। जेपी धनोपिया ने निर्वाचन आयोग से मांग करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं के बयानों को आचार संहिता का खुला उल्लंघन मानते हुए उनके खिलाफ तत्काल प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जाए। साथ ही इन सभी भाजपा नेताओं पर तत्काल उपचुनावों के प्रचार से प्रतिबंधित किया जाए।


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Neha Pandey

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