ग्वालियर, अतुल सक्सेना| पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) ने चुनाव प्रचार थमने के कुछ घंटे पहले ग्वालियर (Gwalior) में दावा किया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya scindia) की कांग्रेस (Congress) में कभी वापसी नहीं होगी। उन्होंने सिंधिया की वापसी से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि इसका प्रश्न ही नहीं उठता। जिसने इतनी गद्दारी की, अब दूध के दूध पानी का पानी हो गया है।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कमलनाथ मुरैना और ग्वालियर के दौरे पर आये । मुरैना में रोड शो करने के बाद उन्होंने ग्वालियर में प्रेस से बात की। उन्होंने कहा कि मैंने सोचा की ग्वालियर से ही कहानी की शुरुआत हुई थी इसलिए खत्म भी यहीं करूँ इसलिए मैने प्रचार के अंतिम दिन ग्वालियर को चुना। उन्होंने कहा कि मेरे बारे में तरह तरह का झूठ बोला जा रहा है। जो मैंने कहा नहीं वो भी मेरे नाम से कहा जा रहा है। मेरे शब्दों का गलत मतलब निकाल कर भाजपा शोर कर रही है लेकिन इस प्रदेश और ग्वालियर चंबल की जनता समझदार है वो बिकाऊ और टिकाऊ में अंतर जानती है। इस अंचल की भूमि वीरों की भूमि है गद्दारी सहन नहीं करती। आइटम बोलने पर बवाल कर दिया। संसद में रहा हूँ भाषा का मुझे ज्ञान है.. वहाँ फाइल आती हैं लिखा होता है प्रधानमंत्री आइटम नंबर वन.. फलां मंत्री आइटम नंबर दो..
कमलनाथ ने कहा कि अभी सिंधिया जी ने कहा कि मैंने अशोकनगर में उन्हें कुत्ता कहा… अरे अशोकनगर की जनता गवाह है मीडिया गवाह है मैंने ना उन्हें कुत्ता कहा ना कभी कहूंगा… पहले टाइगर जिंदा है, टाइगर शर्मिंदा है.. कौआ.. और अब ये.. ना जाने क्या क्या खुद को डिफ़ाइन करने लगे हैं तो मैं क्या करूँ.. अब वो खुद को कुत्ता कह रहे हैं लेकिन कमलनाथ ने नहीं कहा। कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह कहते हैं कि मैं पापी हूँ.. तो क्या किसानों का कर्जा माफ कर मैंने कोई पाप किया, यदि ये शिवराज जी के लिए पाप है तो मैंने पाप किया हैं। हाँ गद्दारी नहीं की ये पाप किया जिसे में स्वीकार करता हूँ।
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कमलनाथ ने कहा कि जो लोग भी कांग्रेस छोड़कर गए हैं जिन्होंने गद्दारी की है जो बिके हैं उनकी वापसी कभी नहीं होगी। सिंधिया की वापसी के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि ये कभी संभव नहीं होगा उन्होंने जो गद्दारी की उससे सब दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे दुख है कि मध्यप्रदेश के उप चुनावों ने ग्वालियर चंबल अंचल और मध्यप्रदेश को कलंकित किया है और मुझे भरोसा है कि ग्वालियर चंबल सहित मध्यप्रदेश की जनता 3 नवंबर को ये कलंक मिटायेगी।