मैं सेवक हूँ सेवक रहूँगा, कमलनाथ अंग्रेजों की तरह प्रदेश को लूटने आये थे

ग्वालियर,अतुल सक्सेना। मध्यप्रदेश के उप चुनावों में बड़ी जीत की तरफ बढ़ रही भाजपा में एक जीत ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की भी है। वे बड़ी बढ़त के साथ निर्णायक जीत की तरफ बढ़ रहे हैं। उन्होंने जनता को उसके फैसले के लिए धन्यवाद देता हुए कहा कि ये चुनाव जनता अपने हक के लिए लड़ रही थी। जो गद्दारी कमलनाथ और कांग्रेस की सरकार ने ग्वालियर के साथ की थी और विकास के लिए पैसा नहीं दिए थे, उसका जवाब देने के लिए जनता लड़ रही थी। इसलिए ये मेरी नहीं जनता की जीत है।

प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि मैं पहले भी सेवक था और आज भी हूँ आगे भी रहूँगा। कमलनाथ के परिणामों से पहले पीसीसी से चले जाने के सवाल पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि कमलनाथ जी अंग्रेजों की तरह थे उन्होंने ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह प्रदेश को लूटने का काम किया। 15 महीने के लिए दिल्ली से आये थे अब विमान तैयार है वापस दिल्ली लौट जायेंगे।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।