ग्वालियर, अतुल सक्सेना| मध्यप्रदेश (MadhyaPradesh) में 28 सीटों पर हो रहे उपचुनावों (Byelection) में नेताओं की जुबानी जंग के बीच उनकी भाव भंगिमाएं यानि बॉडी लैंग्वेज भी चर्चा का विषय बनी हुई है। एक दूसरे पर बयानों से हमला करते ये नेता कभी चेहरे पर कुटिल मुस्कान लाते हैं तो कभी मुट्ठी भींचकर लाल पीले हो जाते हैं। नेताओं का एक एक एक्शन इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है।
सोशल मीडिया में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के भाषण के वीडियो एवं तस्वीरें इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं । खासकर जब वे ग्वालियर चंबल संभाग में चुनावी सभाएं लेते हैं तो उनके एक्शन देखने लायक होते हैं। वे कभी उंगली दिखाकर कांग्रेस और कमलनाथ (Kamalnath) को ललकारते हैं तो कभी मुट्ठी बांधकर जनता से समर्थन मांगते हैं, वे कभी अपने प्रत्याशी की पीठ थपथपाते हैं तो कभी उसे गले भी लगाते हैं। हाल ही में सिंधिया का एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ जिसमें वे उनके पास खड़ी डबरा से भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी को खींचकर गले लगा रहे हैं।
सभा में सिंधिया ने कमलनाथ द्वारा इमरती देवी को आइटम कहे जाने के खिलाफ जमकर गुस्सा उतारा। उन्होंने पोडियम पर हाथ ठोंक कर और मुट्ठी भींच कर कमलनाथ और कांग्रेस को ललकारा और जनता को सबक सिखाने और अपमान का बदला लेने का संकल्प दिलाया। सोशल मीडिया पर सिंधिया का ये वीडियो खूब वायरल हुआ। किसी ने इसे सिंधिया की हताशा कहा तो किसी ने कांग्रेस द्वारा किये अपमान के प्रति गुस्सा।
अब सिंधिया की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें वे एक नाव पर बैठे हैं और हाथ में तीर कमान लेकर निशाना लगा रहे हैं। दरअसल बुधवार को मांझी समाज ने ग्वालियर विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर के समर्थनमें एक सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन के मुख्यअतिथि सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया थे। उन्होंने ऊर्जा मंत्री एवं भाजपा प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर की पीठ थपथपाते हुए उपस्थित जन समूह से कहा कि जो बलिदान आपके इस सेवक ने दिया है वो हर किसी के बस की बात नहीं है। लोग मंत्री और विधायक बनने के लिये ना जाने कितनी कोशिश करते हैं लेकिन प्रद्युम्न ने आपके सम्मान के लिए मंत्री पद और विधायक पद छोड़ने ने एक पल भी नहीं सोचा और कांग्रेस ऐसे सेवक को गद्दार कहती है मुझे गद्दार कहती है अरे गद्दारी तो कमलनाथ और कांग्रेस ने की है जिन्होंने अपने वादे नहीं निभाए। कांग्रेस पर निशाना साधने के बाद सिंधिया उस तरफ गए जहाँ एक झांकी लगाई गई थीं झांकी में केवट द्वारा राम को गंगा पर करने वाला दृश्य दिखाया गया था। यहाँ लकड़ी की नाव में राम, लक्ष्मण और सीता के रूप में तीन बच्चे बैठे थे और केवट बना बच्चा नाव चला रहा था। सिंधिया बच्चों के पास गए और उनके पास में नाव में बैठ गए। उन्होंने बच्चों से उनकी पढ़ाई आदि के बारे में पूछा। इसके तत्काल बाद सिंधिया ने राम बने बच्चे के हाथ से धनुष बाण लिया और उसके साथ निशाना साधने लगे।
सिंधिया की ये तस्वीर इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। लोग इसके अलग अलग मायने निकाल रहे हैं लोग सवाल कर रहे हैं कि सिंधिया का निशाना किस पर है क्या वे कमलनाथ के अलावा भी कोई और हो सकता है। बहरहाल उप चुनावों का परिणाम कुछ भी हो । भाजपा सरकार बचाये या कांग्रेस सरकार बनाये लेकिन इस समय सोशल मीडिया पर वायरल नेताओं के वीडियो और तस्वीरें जमकर सुर्खियां बटोर रहीं हैं।