जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे समीकरण बदल रहे हैं। कांग्रेस ने ये चुनाव अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है तो भाजपा ने बूथ मैनेजमेंट पर पूरा फोकस कर दिया। दोनों दल के प्रत्याशी को केवल 28 नवंबर का बेसब्री से इंतजार है। नीमच-जावद में विधायक का विरोध कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। भाजपा ने डैमेज कंट्रोल के लिए जिला पदाधिकारियों को लगा दिया। इसके बावजूद स्थिति जस की तस हैं।
नीमच। श्याम जाटव।
जिले की तीनों सीट पर वर्तमान में भाजपा का कब्जा है और इसे बरकरार रखने के लिए संगठन ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहा। इसके बावजूद स्थिति विपरित है। कांग्रेस सत्त में वापसी के लिए छटपटा रही है और इसलिए सभी नेता एक जाजम पर बैठकर जीत की रणनीति बना रहे हैं।
डैमेज कंट्रोल हुआ विफल
जानकारी के अनुसार नीमच विधायक दिलीपसिंह परिहार के खिलाफ किसान आंदोलन में कई लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज हुए थे और उस दौरान विधायक ने कोई मदद नहीं की। इसी बात का मलाल किसानों को हैं। 17 नवंबर को परिहार ग्राम भरभड़िया प्रचार करने आए थे । इसी दौरान किसानों ने खरी-खरी सुनाई थी। यह एक गांव की बानगी है परिहार का विरोध विधानसभा क्षेत्र के कई गांव में हुआ है। भाजपा संगठन ने बढ़ते विरोध को कंट्रोल करने के लिए पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष इश्वरसिंह चौहान और पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष महेंद्र भटनागर को लगा दिया। अब देखना है कि यह विरोध कितना कम होता है इसका खुलासा तो परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा।
सखलेचा की मुश्किलें हुईं तेज
जावद विधानसभा से तीन बार से भाजपा विधायक ओमप्रकाश सखलेचा के खिलाफ लोगों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। क्षेत्र के कांकरिया तलाई और उम्मेदपुरा गांव में ग्रामीणों ने सखलेचा के खिलाफ खूब नारेबाजी की। इस घटना के बाद पार्टी ने इसको हल्के में नहीं लेते हुए नाराज लोगों को मनाने के लिए पदाधिकारियों को भेजा है। इसके अलावा 15 साल से विधानसभा क्षेत्र में बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार के कोई नए कदम नहीं उठाने और स्वास्थ्य सेवाओं में विफल रहने पर विरोध का मुख्य कारण सामने आया है।
-जिले में कांग्रेस हुई सक्रिय
कांग्रेस अपने-अपने प्रत्याशियों को विजयी दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। यहां पर भी पार्टी में भितरघात का खतरा मंडरा रहा है। लेकिन इसे खत्म करने के लिए पीसीसी चीफ कमलनाथ ने अपने लोगों को जिले में भेज दिया। नीमच विधानसभा से सत्यनारायण पाटीदार को भाजपा पांचवी पास को टिकट देने पर मुद्दा बना रही है तो कांग्रेस 15 साल में विकास के नाम पर झुमलेबाजी करने का आरोप लगा रही है। विकास के नाम पर नोटंकी करने की बात कहकर पाटीदार जनता से वोट मांग रहे है।
-राजकुमार और समंदर में ठनी
जावद विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार अहीर और कांग्रेस के बागी इंदौर के कारोबारी समंदर पटेल के बीच कांटे का मुकाबला माना जा रहा है। यहां के मतदाता वर्तमान विधायक सखलेचा को तीसरे नंबर बता रहे है। यानि मुख्य मुकाबला कांग्रेस-निर्दलीय के बीच मान रहे हैं। अहीर केे समर्थन में फिल्म अभिनेत्री नगमा ने रोड किया और इसके बाद शनिवार को उत्तरप्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने जावद में आमसभा की। अभी तक अहीर के समर्थन में फिल्म अभिनेता के अलावा किसी ने सभा नहीं की।
-गुर्जर की गांव की खाक छान रहे
कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मंडी अध्यक्ष उमरावसिंह गुर्जर मनासा में बाहरी होने के बावजूद गांव-गावं में वोट मांगने पहुंच रहे है। इनके लिए चुनौती बने भाजपा प्रत्याशी माधव मारू विजय पतका फहराने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ रहे। मारू को विधायक कैलाश चावला गुट का प्रचार में सहयोग नहीं मिल रहा है तो गुर्जर को पूर्व विधायक विजेंद्रसिंह मालाहेड़ा और जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष मंघेश संघई ने प्रचार से किनारा कर रखा है।
(नीमच से श्याम जाटव की रिपोर्ट मोबाइल नंबर-9425106959)