दर्दनाक! पहले किया 6 साल की मासूम से रेप, फिर हत्या और फिर लीवर निकाल कर खाया, आरोपी गिरफ्तार

Gaurav Sharma
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कानपुर, डेस्क रिपोर्ट। कानपुर के घाटमपुर कोतवाली में दिवाली रात एक 6 साल की लड़की की हत्या कर दी गई थी और उसके शरीर से उसके फैफड़े निकाल लिए गए थे। अब उसी मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। जिसमें बच्ची का कलेजा निकाल कर आरोपी द्वारा खा लिया गया और बाकी के अंग कुत्ते को खिला दिए गए। वहीं पुलिस ने बच्ची की हत्या करने वाले दंपति साहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।

दरअसल, दंपत्ति की शादी साल 1999 में हुई थी लेकिन उनकी कोई संतान नहीं थी, इसलिए उन्होंने अपने भतीजे से बच्ची की हत्या करा दी। वहीं आरोपी भतीजे ने अपने दोस्त के साथ मिलकर पहले मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और फिर उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद बच्ची का लीवर निकालकर अपने चाचा चाची को दे दिया, जिसके बाद निसंतान दंपत्ति ने लीवर का कुछ हिस्सा खुद खाया और बाकी का कुत्ते को खिला दिया। इस पूरे घटना को अंजाम देने के लिए दंपत्ति ने अपने भतीजे को ₹500 दिए थे और उसके दोस्तों को हजार रुपए दिए थे।

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वहीं जांच पड़ताल के दौरान पुलिस ने गांव के अंकुल और बीरन को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान पहले तो दोनों पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करते रहे लेकिन आखिरकार उन्होंने सच बता दिया। आरोपी अंकुल ने बताया कि उसके चाचा परशुराम ने उसे बताया कि उसने एक किताब में पढ़ा है कि अगर किसी बच्ची का लीवर वह अपनी पत्नी के साथ खाएगा तो उसे संतान की प्राप्ति होगी। इसी के लिए परशुराम ने अंकुल को कुछ पैसे भी दिए थे।

वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी अंकुल ने पहले अपने दोस्त वीरन के साथ शराब पी और फिर पड़ोस में रहने वाली एक बच्ची को पटाखा दिलाने का कहकर घर से ले गया। जिसके बाद जंगल में ले जाकर पहले तो उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के पश्चात उसका पेट फाड़कर अंदर से सारे अंग निकाल लिए और अपने चाचा परशुराम को जा कर दे दिए। अंकुल ने बताया कि उसने परशुराम और अपनी चाची के साथ मिलकर बच्ची का लीवर खाया और बाकी अंग कुत्ते को खिला दिए। उसके चाचा परशुराम ने उसे इस काम के लिए ₹500 दिए थे और उसके दोस्त बीरन कुरील को 1 हजार रुपए दिए थे।

वही पूरी वारदात को लेकर ग्रामीण एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी उसी गांव का रहने वाला है। साल 1999 में परशुराम की शादी सुनैना से हुई थी पर उनकी कोई संतान नहीं थी । संतान पाने के लिए उसने अपने भतीजे को बच्ची की हत्या कर लीवर लाने के लिए तैयार किया और इस पूरी वारदात की जानकारी आरोपी परशुराम ने अपनी पत्नी को भी दी थी। एसपी ने बताया कि दोनों को हिरासत में ले लिया गया है और पूछताछ की जा रही है। वही अंकुल वीरन कुरील को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है। इस पूरी घटना को संज्ञान में लेते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने पुलिस अधिकारियों को आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे जिसके फल स्वरुप पुलिस ने तेजी दिखाते हुए घटना का खुलासा कर दिया।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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