Central Employee salary Hike 2023 : केन्द्रीय कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। नए साल 2023 में कर्मचारियों को फिटमेंट फैक्टर की सौगात मिल सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बजट सत्र से पहले मोदी सरकार कर्मचारियों की बेसिक सैलरी बढ़ाने पर विचार कर सकती है, जिसके बाद बेसिक सैलरी 18000 से 26000 हो जाएगी।हालांकि अभी अधिकारिक पुष्टि होना बाकी है। इससे पहले सरकार ने 2016 में फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाया था और इसी साल से 7th pay commission को भी लागू किया गया था, जिसके बाद कर्मचारियों बेसिक सैलरी 6000 से बढ़कर 18,000 हो गई थी।
दरअसल, 7वें वेतन आयोग में जो Pay matrix बने है वे Fitment factor पर बेस्ड हैं, ऐसे में कर्मचारियों को मिलने वाली सैलरी में फिटमेंट फैक्टर का अहम रोल माना जाता है।इस फैक्टर के कारण ही केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में करीब ढाई गुना से अधिक की वृद्धि होती है। वर्तमान में 7वें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) 2.57 गुना है और बेसिक सैलरी 18000 है। लंबे समय से केन्द्र के कर्मचारी फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाने की मांग कर रहे है, ताकी बेसिक सैलरी में इजाफा हो सके।
संभावना जताई जा रही है कि 2023 में एक बार फिर फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) को रिवाइज किया जा सकता है। 2024 के चुनावों को देखते हुए मोदी सरकार केंद्रीय बजट के बाद फिटमेंट फैक्टर में बढ़ाने का ऐलान कर सकती है। इसे 3.00 या 3.68 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर, यदि किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए का लाभ होगा। 3.68 होने पर सैलरी 95,680 रुपये (26000 X 3.68 = 95,680) हो जाएगी यानि सैलरी में 49,420 रुपए लाभ मिलेगा।3 गुना फिटमेंट फैक्टर होने पर सैलरी 21000 X 3 = 63,000 रुपये होगी।
8वें वेतन आयोग पर अपडेट
एक तरफ केन्द्र सरकार ने साफ कर दिया है 8वां वेतन आयोग नहीं आएगा, फिलहाल इस पर विचार नहीं है। वही कई मीडिया रिपोर्टस में यह दावा किया जा रहा है कि 2024 के चुनाव के बाद नई सरकार के गठन के बाद कर्मचारियों की सैलरी पर फैसला होगा। यह भी उम्मीद है कि नई सरकार की तरफ से आठवें वेतन आयोग का गठन किया जाए।चर्चा तो यह भी है कि 8वें वेतन आयोग का गठन 2024 के अंत में हो सकता है। 2025 या 2026 में इसे लागू भी किया जा सकता है । 7वें वेतन आयोग के मुताबले 8वें वेतन आयोग में कुछ बदलाव भी हो सकते हैं। इससे छठे वेतन आयोग के कर्मचारियों को सैलरी में ज्यादा लाभ मिलेगा।
बढ़ सकती है सैलरी
सातवें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) के आधार पर बेसिक सैलरी बढ़ाई गई थी, यदि आठवें वेतन आयोग में इसे ही आधार माना जाता है तो बेसिक सैलरी बढ़कर कम से कम 26000 रुपये हो जाएगी। इसके बाद कर्मचारियों का सैलरी का रिविजन सालाना आधार पर परफॉर्मेंस बेस हो सकता है। इसके अलावा अधिकतम सैलरी वालों का रिविजन 3 साल के अंतर पर हो सकता है। हालांकि अभी तक सरकार की तरफ से कोई अधिकारिक पुष्टि या बयान सामने नहीं आया है।