केंद्र सरकार के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते और पेंशनर्स के लिए महंगाई राहत को हाल ही में 4% बढ़ाया गया था। वही कर्मचारियों को उम्मीद के मुताबिक एक बार फिर से 4% महंगाई भत्ते का लाभ मिल सकता है। श्रम और रोजगार मंत्रालय का एक हिस्सा AICPIआंकड़े के अनुसार कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में वृद्धि की गई है। वहीं फरवरी 2023 के आंकड़ों के मुताबिक DA दर को 46% किया जा सकता है। यह वृद्धि जुलाई 2023 से लागू होगी।
अक्टूबर महीने में घोषणा संभव
हालांकि इसकी घोषणा अक्टूबर महीने में की जा सकती है। जुलाई 2023 में बढ़ने वाली महंगाई भत्ते के लिए अप्रैल मई और जून के AICPI आंकड़े जारी होना अभी बाकी है। इन 4 महीने के आंकड़े जारी होने के बाद ही इस पर मुहर लग सकेगी। हालांकि इतना तो तय है कि कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 3 से 4 फीसद की वृद्धि होनी निश्चित है।
कोरोना के बाद कर्मचारियों को मिलने वाले महंगाई भत्ते की दर 34% थी। जिसके बाद सरकार द्वारा उनके महंगाई भत्ते को बढ़ाकर 4 फीसद बढ़ाया गया था। वहीं एक बार फिर से January 2023 में कर्मचारियों को चार फीसद महंगाई भत्ते में वृद्धि का लाभ दिया गया है। जिसके साथ ही उनके वर्तमान महंगाई भत्ते की दर बढ़कर 42 फीसद हो गई है। जुलाई में यह आंकड़ा 46% होने का पूर्वानुमान जताया जा रहा है।
एआईसीपीआई आंकड़े पर अपडेट
श्रम ब्यूरो के अनुसार फरवरी 2023 के लिए एआईसीपीआई i&w आंकड़े 0.1 अंक घटकर 132.7 हो गए हैं। हालांकि जनवरी 2023 में भारतीय सूचकांक के आंकड़े में वृद्धि की गई थी। इसके साथ यह बढ़कर 132.8 आंका गया था। अब फरवरी के आंकड़े से पता चलता है कि महंगाई भत्ते में 3 फीसद की वृद्धि निश्चित है। इसके साथ ही मार्च महीने के आंकड़े जल्दी जारी किए जाने हैं। 3 से 4 दिन में जारी होने वाले इस आंकड़े से महंगाई भत्ते में वृद्धि को एक नया आयाम मिलेगा।
न्यूनतम बेसिक सैलरी में भी इजाफा
वहीं कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में अगले साल बंपर वृद्धि देखी जाएगी। इसके साथ ही उनके महंगाई भत्ते बढ़कर 50% हो सकते हैं। 50% महंगाई भत्ते होने की स्थिति में कर्मचारियों के न्यूनतम बेसिक सैलरी में भी इजाफा देखने को मिल सकता है।
महंगाई भत्ते को लेकर एक नियम तय है। सरकार ने साल 2016 में सातवें वेतन आयोग को लागू किया था। इसके साथ ही महंगाई भत्ते को शून्य कर दिया गया था। नियम के मुताबिक महंगाई भत्ता जैसे ही 50 फीसद पहुंचेगा, इसे शून्य कर दिया जाएगा और 50 फीसद के अनुसार भत्तों के रूप में कर्मचारियों को मिल रहे वेतन उनकी बेसिक सैलरी में जोड़ दिया जाएगा।
उदहारण के लिए : ऐसे में यदि किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18000 रुपए है और उसे 50 फीसद महंगाई भत्ते का लाभ दिया जा रहा है तो उसे उसकी महंगाई भत्ते की दर ₹9000 होती है। ऐसे में डीए 50 फीसद होने पर इसकी बेसिक सैलरी को जोड़कर फिर से महंगाई भत्ते को शून्य किया जा सकता है। जिससे कर्मचारियों की बेसिक सैलरी को 18000 से बढ़ाकर 27000 हो सकता है।
गृह भाड़ा भत्ता को भी किया जाएगा रिवाइज
वहीं महंगाई भत्ते में वृद्धि के साथ ही गृह भाड़ा भत्ता को भी रिवाइज किया जाएगा। इसके साथ ही अधिकतम मौजूदा दर 27% से बढ़कर हाउस रेंट अलाउंस 30% हो जाएंगे। ऐसा तभी होता है, जब महंगाई भत्ता 50% के पार हो जाता है। वित्त विभाग के MO के मुताबिक 50 फीसद महंगाई भत्ता 30% 20% और 10% हो जाएगा।
ऐसे में X Y Z क्लास शहरों के हिसाब से जो केंद्रीय कर्मचारी X केटेगरी में आते हैं, उन्हें 27 फीसद HRA मिल रहा है, जो 50 फीसद डीए होने पर 30% हो जाएगा। वहीं Y क्लास के कर्मचारियों को 18 फीसद से बढ़कर गृह भाड़ा भत्ता 20 फीसद हो जाएगा। Z क्लास के कर्मचारियों के लिए हाउस रेंट अलाउंस 9 फीसद से बढ़कर 10 फीसद हो जाएगा।