कांग्रेस को एक और बड़ा झटका, मेयर ने छोड़ी पार्टी, इन्हें मिली सचिव की जिम्मेदारी

Pooja Khodani
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अमृतसर, डेस्क रिपोर्ट। पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल जारी है। अब पूर्व किक्रेटर और कांग्रेस अध्यक्ष नवजाेत सिद्धू को अपने ही गृह जिले से बड़ा झटका लगा है।अमृतसर के मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और आम आदमी पार्टी प्रमुख और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की मौजूदगी में आप में शामिल हो गए है।हैरानी की बात ये है कि 4 दिन बाद अमृतसर में मतदान होना है, ऐसे में मेयर का मतदान से चार दिन पहले कांग्रेस छोड़ आप में जाना पंजाब कांग्रेस और नवजोत सिंह सिद्धू के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

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बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से मेयर रिंटू कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे थे और अमृतसर से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने चुनाव प्रचार से भी दूरी बना ली थी ।कर्मजीत सिंह रिंटू अमृतसर नॉर्थ का बड़ा चेहरा माने जाते है, यह तीसरा मौका है जब उन्हें टिकट नहीं दिया गया है। 2012 के निकाय चुनाव में रिंटू को अमृतसर नॉर्थ से अनिल जोशी के खिलाफ टिकट दिया गया था, लेकिन वे हार गए थे। इसके बाद 2017 और 2022 के चुनावों में रिंटू ने फिर अमृतसर नॉर्थ से टिकट मांगा, लेकिन दोनों बार मना कर दिया गया।

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इधर, चंडीगढ़ कांग्रेस की महिला नेता प्रीति केसरी को पंजाब चुनाव 2022 के बीच बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रीति केसरी को पंजाब कांग्रेस कमेटी का सचिव बनाया गया है, जिसके बाद से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो चली है।प्रीति केसरी वही है, जिन्हें चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव मेंटिकट नहीं दिया गया था, लेकिन अब उन्हें पंजाब कांग्रेस कमेटी का सचिव बनाया गया है।प्रीति केसरी की यह नियुक्ति पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने की है। चंडीगढ़ में ऐसे बहुत से कम नेता रहे हैं जिन्हें दूसरे राज्य में पार्टी की जिम्मेदारी मिली है। इससे पहले पूर्व मेयर रविंदर सिंह पाली को पंजाब कांग्रेस का महासचिव पांच साल पहले बनाया गया था।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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