नई दिल्ली।
देशभर के बैंक कर्मचारी संगठनों ने आज बैंक हड़ताल का ऐलान किया है। जिसके चलते 21 सरकारी और 9 पुराने निजी बैंकों के 10 लाख कर्मचारी आज हड़ताल पर रहेंगें। इसमें कर्मचारियों की 4 और अधिकारियों की 5 यूनियन शामिल हैं।खबर है कि सरकारी बैंकों के मर्जर के विरोध में और वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर कर्मचारियों ने हड़ताल का फैसला लिया।बताते चले कि एक हफ्ते के भीतर बैंकों की यह दूसरी बड़ी हड़ताल है।
हड़ताल के चलते देश भर में बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। बैंक कर्मचारी संगठनों ने विजया बैंक और देना बैंक के बैंक ऑफ बड़ौदा में प्रस्तावित विलय और वेतन संबंधी समझौते में देरी के विरोध में देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। एक सप्ताह से कम समय में बैंकों में यह दूसरी हड़ताल है।इससे पहले सरकार बैंकों के एक अधिकारी संघ ने पिछले शुक्रवार को हड़ताल का आह्वान किया था। अधिकारी संघ ने भी विलय के विरोध के अलावा जल्द से जल्द वेतन वार्ता पूरी करने की मांग को लेकर हड़ताल की थी।
बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों के संगठनों के शीर्ष संगठन युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने हड़ताल का आह्वान किया है। करीब दस लाख कर्मचारियों व अधिकारियों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाले फोरम में ऑल इंडिया बैंक ऑफीसर्स कन्फेडरेशन, ऑल इंडिया बैंक इंप्लॉईज एसोसिएशन (एआइबीईए), नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ बैंक इंप्लॉईज और नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स समेत नौ संगठन शामिल हैं।
बता दे कि नए साल से ठीक पहले अगर इतने दिन बैंक बंद होने के कारण लोगों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हड़ताल, महीने का दूसरा शनिवार, क्रिसमस और फिर एक बार फिर हड़ताल से बैंकों का काम पूरी तरह से ठप हो गया है। एटीएम खाली हो गए है, लोगों को कैश के लिए इधर से उधर भटकना पड़ रहा है। कामकाज पूरी तरह से ठप्प हो चला है।