नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में एक एलपीजी गैस हादसे में तीन लोगों ने जान गंवा दी। मामले जिले के केवटली गांव का है, जहां दूध गर्म करते समय गैस रिसाव होने से आग लग गई और हादसे में पति-पत्नी और उनके दो बच्चों सहित पांच लोग बुरी तरह झुलस गए। इस हादसे के बाद आसपास अफरातफरी मच गई। लोगों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
इस सूचना की खबर मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से आग की चपेट में आए लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टर ने पांचों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहां तीन लोगों की मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलने पर क्षेत्रीय विधायक रमेश मिश्र भी अस्पताल पहुंचे हैं।
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जानकारी के मुताबिक, केवटली निवासी अखिलेश विश्वकर्मा की 28 वर्षीय पत्नी नीलम अपने छप्पर वाले घर में दूध गर्म कर रही थीं। छप्पर में उसके दो बच्चे 5 वर्षीय शिवांश व 3 वर्षीय युवराज और पति अखिलेश (30) सो रहे थे। इसी दौरान सिलेंडर की पाइप से गैस का रिसाव शुरू हो गया। इस बात से पूरा परिवार अनजान था और जैसे ही दूध गर्म करने के लिए नीलम ने गैस का रेग्यूलेटर चालू कर माचिस जलायी वैसे ही आग लग गई। छप्पर होने के कारण आग ने बहुत काम समय में विकराल रूप धारण कर लिया, जिसमें नीलम के अलावा परिवार के अन्य सभी सदस्य जलने लगे। उनकी चीख परिवार सुनकर आसपास के लोग इकठ्ठा हो गए।
परिवार को आग में झुलसता हुआ देख, अखिलेश के बड़े भाई 32 वर्षीय सुरेश ने छप्पर में घुसकर लोगों बचाने का प्रयास किया। इस दौरान वह भी झुलस गया। फिर ग्रामीणों की मदद से किसी तरह सबको बाहर निकला। हादसे में परिवार को बचाने की कोशिश करने वाला सुरेश, अखिलेश की पत्नी नीलम और बेटे शिवांस की मौत हो गई।