जयपुर, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना (COVID-19) का कहर अब भी खत्म नही हुआ है। लगातार नेताओं के निधन की खबरें सामने आ रही है। अब राजस्थान (Rajasthan) के राजसमंद से भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी (Kiran Maheshwari ) कोरोना से जिंदगी की जंग हार गई है।देर रात गुरुग्राम (Gurugram) के मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital) में उनका निधन हो गया। उनके निधन की खबर लगते ही पार्टी में शोक लहर दौड़ गई है।पीएम और लोकसभा स्पीकर ने भी ट्वीट कर दुख जताया है।
मिली जानकारी के अनुसार, बीते दिनों राजसमंद (Rajsamand Assembly Constituency) विधायक माहेश्वरी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था, देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली।बताया जा रहा है कि माहेश्वरी नगर निगम चुनाव के दौरान कोटा में कोरोना पॉजिटिव हुई थीं, वे कोटा उत्तर नगर निगम की चुनाव प्रभारी थीं।
माहेश्वरी के निधन पर पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) समेत बीजेपी (BJP)-कांग्रेस (Congress) के कई नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा है कि उन्होंने हर पद रहते हुए राज्य की प्रगति के लिए काम किया। वहीं बिड़ला ने लिखा है कि बहन किरण जी का निधन बेहद दुखद है। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज की सेवा और हितों को संरक्षित करने के लिए समर्पित किया। मेरे लिए उनका निधन व्यक्तिगत क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दें।परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। किरण जी के साथ राजनीतिक-सामाजिक जीवन में लंबे अरसे तक काम किया। सामाजिक विषयों विशेषतः महिलाओं व वंचित वर्गों के अधिकारों की वे सशक्त आवाज थीं। दीन-दुखियों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहने वाली किरण जी को उनकी निर्भीकता व स्पष्टवादिता के लिए सदैव याद किया जाएगा।
बता दे कि राजस्थान में अबतक कई नेताओं का कोरोना से निधन हो चुका है।वही अबतक 2 विधायकों की मौत हो चुकी है। माहेश्वरी के पहले भीलवाड़ा के सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक कैलाश त्रिवेदी(Congress MLA Kailash Trivedi) का कोरोना के कारण निधन हो गया था।
ऐसा रहा राजनैतिक सफर
- 29 अक्टूबर 1961 को मध्यप्रदेश के रतलाम में जन्म।
- राजस्थान की एक प्रमुख राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता ।
- बॉम्बे विश्वविद्यालय, केटरिंग कॉलेज, दादर, मुंबई और आईआईसीटी-उदयपुर से शिक्षा।
- 24 साल की उम्र में विश्व हिंदू परिषद की गंगाजल यात्रा में भाग ।
- 1992 में अयोध्या कार सेवा और 1993 में दिल्ली रैली से राजनीति में अपनी प्रतिबद्धता दिखायी।
- 1994 में उदयपुर नगर परिषद की सभापति चुनी गई।
- महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के उत्थान के लिए महिला सहकारी बैंक की स्थापना की। यह बैंक महिला मुक्ति का अग्रणी संगठन बना।
- 2004 में मेवाड़ में कांग्रेस की दिग्गज नेता गिरिजा व्यास को हराकर उदयपुर-राजसमंद निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव जीता।
- 2013 में वे फिर से राजसमंद से विधायक चुनी गईं और वसुंधरा राजे सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री बनीं।
- अखिल भारतीय महेश्वरी महासभा, भारत विकास परिषद, मृगेंद्र भारती, वैश्य महासम्मेलन, इंडियन लायंस परिसंघ और सावरकर स्मृति जैसे कई संगठनों में सक्रिय रहीं