रायपुर।
छत्तीसगढ़ में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के सक्ती से विधायक डॉ. चरणदास महंत को 5वीं विधानसभा का स्पीकर चुना गया।महंत के नाम का कांग्रेस, भाजपा और जोगी कांग्रेस ने भी समर्थन किया।वही भाजपा अध्यक्ष और विधायक धर्मलाल कौशिक को राज्य की विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष चुन लिया गया है ।बताया जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष के लिए धरमलाल कौशिक का नाम खुद पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आगे बढ़ाया था इससे पहले नेता प्रतिपक्ष के लिए रमन सिंह का नाम आगे चल रहा थी लेकिन विरोध के चलते धरमलाल कौशिक का नाम निर्धारित किया गया।
दरअसल, आज छत्तीसगढ़ विधानसभा में अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रकिया पूरी हुई। सिर्फ एक विधायक डॉ चरणदास महंत ने नामांकन दाखिल किया था। इसी के साथ उन्हें निर्विरोध इस पद पर चुन लिया गया। सक्ती विधानसभा सीट से विधायक डॉ चरणदास महंत ने शुक्रवार को पांच सेट म���ं अपना नामांकन दाखिल किया था। उनके अलावा और किसी भी दावेदार ने नामांकन दाखिल नहीं किया था।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की ओर से विधायक धर्मजीत सिंह ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा और रेणु जोगी ने समर्थन किया। भाजपा की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा था। शनिवार को विधानसभा के पहले सत्र की पहली बैठक के पहले दिन उन्हें निर्विरोध रूप से अध्यक्ष चुना गया और उन्होंने विधानसभा में अपनी आसंदी ग्रहण की।
वही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए भाजपा के कई नेताओं ने अपनी दावेदारी रखी थी। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह सहित बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर और पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर ने अपनी दावेदारी पेश की थी। इस दावेदारी में धर्मलाल कौशिक का नाम अंतिम दौर में सामने आया था। विधायक दल की बैठक में ही उनके नाम पर मुहर लगी। भाजपा नेता धर्मलाल कौशिक बिल्हा से विधायक हैं। वे पेशे से अधिवक्ता रहे हैं और वर्ष 1990 में सबसे पहले भाजपा के बिल्हा मंडल में महामंत्री बनाए गए थे। वे छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भाजपा विधायक दल की बैठक में इनके नाम की घोषणा की।
वरिष्ठ विधायक रामपुकार सिंह बने प्रोटेम स्पीकर
प्रदेश के सबसे वरिष्ठ कांग्रेस विधायक रामपुकार सिंह ने राजभवन में प्रोटेम स्पीकर की शपथ ली। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सीएम बघेल की मौजूदगी में उन्हें शपथ दिलाई। उन्होंने शुक्रवार को विधानसभा में सभी 90 विधायकों को शपथ दिलाई।